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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर शांति वार्ता में हो रही देरी पर अपनी निराशा जताई है। उन्होंने कहा है कि दोनों देशों में से कोई भी पक्ष युद्ध रोकने को लेकर गंभीर इच्छाशक्ति नहीं दिखा रहा, जिसकी वजह से अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया है।

अमेरिका की चेतावनी: अगर बातचीत नहीं बढ़ी, तो हटेंगे पीछे

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि यदि मॉस्को (रूस) या कीव (यूक्रेन) शांति वार्ता में अवरोध डालते हैं, तो अमेरिका बातचीत से पीछे हट सकता है।
उनका स्पष्ट संदेश था:"अगर किसी एक पक्ष ने इसे बहुत कठिन बना दिया, तो हम कहेंगे कि तुम मूर्ख हो, और हम इसे नजरअंदाज कर देंगे।"

मार्को रुबियो का बयान: समय सीमित है

ट्रंप का बयान अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की चेतावनी के कुछ घंटों बाद आया। रुबियो ने कहा था:

"हम यह बातचीत हफ्तों और महीनों तक नहीं खींच सकते।"

"अगर कुछ दिनों में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई, तो अमेरिका इससे पीछे हट जाएगा।"

"हमारे पास अन्य जरूरी वैश्विक मुद्दे भी हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है।"

युद्ध की मौजूदा स्थिति: रूस का हमला जारी

रूसी सेना अब भी पूर्वी यूक्रेन में धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है

खार्किव और सुमी जैसे उत्तर-पूर्वी शहरों पर हमले जारी हैं

हाल ही में हुए हमलों में 2 लोगों की मौत और 100 से अधिक घायल हुए

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्धविराम के लिए कुछ शर्तें रखी हैं

ट्रंप का रुख: युद्ध जल्द खत्म हो, लेकिन...

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा:"हम यहां इंसानों की जान की बात कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि यह लड़ाई जल्द से जल्द खत्म हो।"

हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि यदि बातचीत को जानबूझकर उलझाया गया, तो अमेरिका इसमें अपनी दखलंदाजी खत्म कर सकता है।


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