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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। जहां भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया है और सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं, वहीं पाकिस्तान की तरफ से लगातार उकसावे वाली बयानबाजी की जा रही है।

अब इस बयानबाजी में एक और नाम जुड़ गया है—पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की नेता मरियम नवाज का। मरियम ने एक समारोह के दौरान कहा कि पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है और उस पर कोई भी आसानी से हमला नहीं कर सकता।

उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत की सैन्य तैयारियां तेज़ हैं और पाकिस्तान की ओर से घबराहट में कई बयान सामने आ चुके हैं। अब मरियम के इस बयान को सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी नहीं, बल्कि भारत के लिए एक सीधा संदेश माना जा रहा है।

1. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का सख्त रुख

पहलगाम की बैसरन घाटी में हुआ आतंकी हमला बर्बरता की सारी हदें पार कर गया। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिनमें पर्यटक और महिलाएं शामिल थीं। आतंकियों ने धर्म पूछकर हत्या की, जो कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों का सीधा उल्लंघन है।

भारत की जवाबी रणनीति और पाकिस्तान की बेचैनी

हमले के बाद भारत सरकार ने तुरंत सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, राजनयिक संबंधों को सीमित किया और सेना को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी। इस सख्त रुख से पाकिस्तान की राजनीति में खलबली मच गई है, और यही कारण है कि वहां के नेता बार-बार परमाणु बटन की ओर इशारा कर रहे हैं।

2. मरियम नवाज का बयान: 'हम परमाणु शक्ति हैं'

पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री और पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "आज भारत-पाक सीमा पर तनाव का माहौल है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। अल्लाह ने पाकिस्तानी सेना को ताकत दी है और हम एक परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं।"

सेना और परमाणु ताकत पर भरोसा जताया

मरियम ने कहा कि पाकिस्तान की सुरक्षा में उसकी परमाणु ताकत एक निर्णायक हथियार है और कोई भी देश उस पर आसानी से हमला नहीं कर सकता। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर हमें देश की रक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए।

3. परमाणु शक्ति का श्रेय नवाज शरीफ को

मरियम ने अपने पिता नवाज शरीफ को पाकिस्तान को परमाणु शक्ति बनाने का श्रेय देते हुए कहा कि उनकी राजनीतिक दूरदर्शिता और नेतृत्व के कारण ही आज पाकिस्तान आत्मविश्वास से खड़ा है।

यह बयान चुनावी सियासत के लिहाज से नवाज परिवार की छवि को मजबूत करने की रणनीति भी मानी जा रही है।

राजनैतिक फायदे के लिए सैन्य ताकत का उपयोग?

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे वक्त में जब भारत के साथ टकराव की आशंका है, इस तरह के बयान आंतरिक राजनीतिक लाभ के लिए भी दिए जाते हैं। पाकिस्तानी राजनीति में जब भी संकट होता है, 'परमाणु शक्ति' की बातें करने की परंपरा रही है।

4. पहलगाम हमले पर चुप्पी: पाकिस्तान की दोहरी नीति

मरियम नवाज और उनके पिता नवाज शरीफ दोनों ने अभी तक 22 अप्रैल के हमले की सार्वजनिक रूप से कोई निंदा नहीं की है। इस हमले में निर्दोष लोगों की जान गई, लेकिन पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं की चुप्पी बहुत कुछ कहती है।

आतंक के मुद्दे पर वैश्विक मंच पर अलग और घरेलू मंच पर अलग रवैया

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होने की बात करता है, लेकिन घरेलू मंचों पर आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई स्पष्ट रुख नहीं दिखाता। यही वजह है कि उसकी नीति पर अक्सर सवाल उठते हैं।

5. विशेषज्ञों की चेतावनी: परमाणु बयानबाज़ी से बढ़ सकता है क्षेत्रीय खतरा

मरियम नवाज का बयान केवल बयानबाजी है या यह भारत पर रणनीतिक दबाव बनाने की कोशिश? यह सवाल अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के लिए महत्वपूर्ण बन गया है। हालांकि भारत ने अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सेना और राजनयिक स्तर पर तैयारियां पूरी हैं।

भारत की प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय नजरिया

भारत पहले ही कह चुका है कि वह उकसावे की राजनीति में विश्वास नहीं करता, लेकिन देश की सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। वहीं संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पाकिस्तान से संयम बरतने की अपील कर चुकी हैं।


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