हिंदू धर्म और वास्तुशास्त्र में भूमि दोष और वास्तु दोष को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। कई बार लोग बड़े सपनों के साथ नया घर या फ्लैट खरीदते हैं, लेकिन वहां रहने के बाद जीवन में समस्याएं बढ़ने लगती हैं – जैसे रिश्तों में तनाव, आर्थिक कठिनाइयां, कामों में रुकावट और घरेलू कलह। इन सबका कारण भूमि दोष हो सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि भूमि दोष की पहचान, जांच और उसके निवारण के लिए क्या करें।
भूमि दोष क्या है और क्यों होता है?
वास्तुशास्त्र के अनुसार, भवन निर्माण से पहले जमीन का परीक्षण आवश्यक है। अगर भूमि अशुभ या दूषित हो, तो वहां घर बनवाने से निवासियों को स्वास्थ्य, धन और मानसिक शांति से जुड़े संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
भूमि दोष की पहचान कैसे करें?
मिट्टी के रंग, गंध और स्वाद से जांच
सुगंधित, सफेद और मीठी मिट्टी: ब्राह्मणी मिट्टी – आध्यात्मिक और बुद्धिजीवी वर्ग के लिए उत्तम
लाल रंग, तीखी गंध और कसैला स्वाद: क्षत्रिय मिट्टी – प्रशासनिक और सरकारी अधिकारी वर्ग के लिए लाभकारी
हल्का पीला रंग, हल्की गंध और खटास: वैश्य मिट्टी – व्यापारियों के लिए शुभ
काली मिट्टी, हल्की गंध और कड़वा स्वाद: सभी वर्गों के लिए उपयुक्त
गड्ढा परीक्षण
मिट्टी से गड्ढा भरने पर:
मिट्टी कम पड़े: हानिकारक
मिट्टी बराबर हो: सामान्य
मिट्टी बच जाए: शुभ
पानी भरकर परीक्षण
गड्ढे में डाला गया पानी सुबह तक वैसा ही रहे: शुभ
पानी कम हो जाए: सामान्य
पूरी तरह सूख जाए और दरारें पड़ें: अशुभ
बीज बोने का परीक्षण
बीज समय पर अंकुरित हों तो भूमि भवन निर्माण के लिए उपयुक्त मानी जाती है
वहां विश्राम करने से अगर मन शांत हो और सकारात्मक विचार आएं, तो भूमि शुभ होती है
किन चीजों का मिलना अशुभ संकेत है?
भूमि की खुदाई में यदि हड्डी, बाल, कोयला, कपड़ा, चींटी, सर्प, रुई या लोहा मिले, तो वह भूमि अनिष्टकारी मानी जाती है।
लेकिन यदि पत्थर, ईंट, तांबे के सिक्के मिलें तो भूमि समृद्धि और वृद्धि देने वाली मानी जाती है।
भूमि दोष होने के संकेत
घर में लगातार दुर्घटनाएं
पालतू जानवरों की अकाल मृत्यु
धन का संचित न हो पाना
बार-बार कामों में रुकावट
परिवार में अशांति और झगड़े
अनजान आवाजें सुनाई देना या विचित्र आकृतियों का भ्रम
भूमि दोष का उपाय
प्रतिदिन हनुमान चालीसा, गीता और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें
वर्ष में कम से कम एक बार वास्तु शांति करवाएं
घर में काले और लाल रंग के प्रयोग को सीमित करें
केला और तुलसी के पौधे लगाएं – ये भूमि को शुद्ध करते हैं
घर में स्वच्छता और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखें
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Brijendra
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