The News 11 , Digital Desk: अक्षय तृतीया, जो भारत में शुभ निवेश और खरीदारी के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है, इस बार 30 अप्रैल 2025 को मनाया जा रहा है। हर साल इस दिन लाखों लोग सोने की खरीदारी करते हैं, जिसे संपन्नता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
इस खास मौके पर जहां बाजारों में उत्साह है, वहीं सोने की कीमतों में थोड़ी नरमी देखने को मिल रही है। हालांकि, पिछले एक साल में देखें तो सोना करीब 30% तक महंगा हो चुका है, जिससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है।
1. 30 अप्रैल 2025 को भारत में सोने की कीमतें शहर दर शहर
आज यानी अक्षय तृतीया के दिन भारत के प्रमुख शहरों में सोने के भाव इस प्रकार रहे:
दिल्ली:
24 कैरेट: ₹97,693 / 10 ग्राम
22 कैरेट: ₹89,563 / 10 ग्राम
मुंबई:
24 कैरेट: ₹97,547
22 कैरेट: ₹89,417
बेंगलुरु:
24 कैरेट: ₹97,535
22 कैरेट: ₹89,405
चेन्नई:
24 कैरेट: ₹97,541
22 कैरेट: ₹89,411
24 कैरेट और 22 कैरेट में कितना फर्क
22 कैरेट सोना मुख्यतः ज्वेलरी बनाने में उपयोग होता है जबकि 24 कैरेट सोना निवेश या शुद्धता के लिए पसंद किया जाता है। दोनों की कीमतों में अंतर उसकी शुद्धता और इस्तेमाल के आधार पर होता है।
2. एक साल में कितना महंगा हुआ सोना?
वेंचर सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, अक्षय तृतीया 2024 के दिन सोने की कीमत थी ₹73,240/10 ग्राम, जबकि इस बार यह ₹95,000-₹96,000 के दायरे में कारोबार कर रहा है। यानी एक साल में लगभग ₹22,000 की तेजी।
निवेशकों को सोने से मिला शानदार रिटर्न
जिन निवेशकों ने पिछले साल इस दिन सोना खरीदा था, उन्हें इस साल 30% तक का रिटर्न मिला है—जो किसी भी पारंपरिक निवेश के मुकाबले शानदार कहा जा सकता है।
3. अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना क्यों शुभ माना जाता है?
अक्षय तृतीया को "अक्षय फल" का दिन माना जाता है—इस दिन किए गए अच्छे कर्म, दान या निवेश कभी समाप्त नहीं होते, बल्कि बढ़ते रहते हैं। यही वजह है कि सोना, जो कि धन का प्रतीक है, इस दिन खरीदना शुभ और फलदायी माना जाता है।
भारतीय संस्कृति में सोना स्थिरता, सुरक्षा और समृद्धि का प्रतीक है। इसी परंपरा को निभाने के लिए लोग अक्षय तृतीया पर ज्वेलरी, गोल्ड कॉइन, या डिजिटल गोल्ड की खरीद करते हैं।
4. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्या चल रहा है सोने का भाव?
अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा ऑटो टैरिफ में कटौती और वैश्विक व्यापार वार्ता के संकेत के बाद सोने के अंतरराष्ट्रीय दामों में गिरावट देखी गई है। निवेशकों ने जोखिम वाली संपत्तियों की ओर रुख किया जिससे सोने की मांग में हल्की कमी आई।
सिंगापुर और वैश्विक बाजार की स्थिति
ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के अनुसार:
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3316 डॉलर/औंस पर कारोबार कर रहा है।
सिंगापुर में यह 0.1% गिरकर 3315.87 डॉलर/औंस पर पहुंच गया।
हालांकि, इससे पहले की अनिश्चितता ने कीमतों को 3500 डॉलर/औंस तक भी पहुंचा दिया था, जो दर्शाता है कि सोना अब भी एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना हुआ है।
5. आगे क्या रहेगा गोल्ड मार्केट का ट्रेंड?
विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही शॉर्ट टर्म में कीमतें थोड़ा स्थिर रहें, लेकिन geopolitical तनाव, महंगाई और डॉलर में उतार-चढ़ाव के चलते दीर्घकालिक रूप से सोना मजबूती से बना रहेगा।
भारत में शादी-ब्याह और धार्मिक आयोजनों के चलते डिमांड बनी रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में यदि कोई अनिश्चितता बढ़ती है, तो सोने की कीमतों में फिर उछाल आ सकता है।
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Brijendra
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