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 ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने वक्फ एक्ट को लेकर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे पूरी तरह 'गलत कानून' करार दिया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से मिली अस्थायी राहत संतोषजनक नहीं है और इस कानून को 'डस्टबिन में डाल देना चाहिए'। उन्होंने यह भी कहा कि अदालत की कुछ टिप्पणियों से जरूर एक उम्मीद जगी है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत नाकाफी: मौलाना रहमानी

मौलाना रहमानी ने जोर देकर कहा कि वक्फ कानून में किए गए संशोधन संविधान विरोधी हैं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का दमन करने की एक कोशिश है। उन्होंने सरकार पर वक्फ संपत्तियों को हथियाने का आरोप लगाते हुए कहा, "इस सरकार की नीयत साफ नहीं है। ये लोग संविधान की सीमाएं लांघकर अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर कब्जा करना चाहते हैं।"

बीजेपी और सरकार पर तीखा हमला

उन्होंने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा, "बीजेपी के नेता अब सुप्रीम कोर्ट के जजों पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। ये लोग खुद सिविल वॉर की धमकी दे रहे हैं और दूसरों को सलाह देते हैं।" मौलाना ने दावा किया कि देश का राजनीतिक माहौल बेहद नीचे गिर चुका है और कई पार्टियों ने अपनी साख गंवा दी है।

विरोध को बताया जरूरी, कानूनी और जनआंदोलन दोनों पर जोर

मौलाना रहमानी ने कहा कि जब सरकार शोषित वर्गों की आवाज नहीं सुनती, तो संघर्ष और विरोध जरूरी हो जाता है। उन्होंने मुर्शिदाबाद की घटना का जिक्र करते हुए सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया और कहा, "कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है, चाहे त्योहार किसी भी धर्म का हो।"

‘हम यहीं के हैं, हमें पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं’

वक्फ मामलों में विदेशी दखल की आशंकाओं को खारिज करते हुए मौलाना ने कहा, "हम भारत में पैदा हुए हैं और यहीं मरेंगे। हमारी तकदीर इस देश की मिट्टी से जुड़ी है। हमें पाकिस्तान से कोई मतलब नहीं है।"

तालकटोरा स्टेडियम में AIMPLB का प्रदर्शन

वक्फ कानून के विरोध में आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 'वक्फ बचाओ कांफ्रेंस' का आयोजन किया गया है। सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलने वाले इस कार्यक्रम में जमीयत उलेमा-ए-हिंद, जमात-ए-इस्लामी हिंद समेत कई मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। AIMPLB ने कांग्रेस, आरजेडी, समाजवादी पार्टी और AIMIM जैसे दलों के सांसदों को भी आमंत्रित किया है।

विपक्ष के नेता भी होंगे शामिल

कार्यक्रम में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, आरजेडी सांसद मनोज झा, कांग्रेस नेता इमरान मसूद और सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी शामिल होंगे। यह सम्मेलन वक्फ एक्ट में हुए संशोधनों के विरोध में सरकार पर दबाव बनाने की एक बड़ी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।


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