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सूरत के हजीरा इलाके के समुद्र तट से सूरत पुलिस ने 10 किलो 34 ग्राम चरस बरामद की है. जिसकी कीमत 5 करोड़ 1 लाख 70 हजार रुपये है. इससे पहले हजीरा के समुद्र तट से दो करोड़ रुपये की चरस मिली थी. इसके बाद ड्रोन सर्विलांस और स्थानीय पुलिस, समुद्री पुलिस और मछुआरों के साथ गहन निगरानी की गई।

सूरत के हजीरा इलाके में समुद्र किनारे से एसओजी की टीम को गश्त के दौरान ढाई करोड़ रुपये की चरस मिली. यह चरस मिलने के बाद पुलिस ने हजीरा में एस्सार कंपनी के पीछे समुद्र तट पर सघन जांच की. स्थानीय हजीरा पुलिस, मछुआरों, समुद्री पुलिस और एसओजी की एक टीम ने जांच की और ड्रोन से निगरानी भी की गई। और इसी जांच के दौरान एस्सार जेटी के बगल में पुनःपूर्ति क्षेत्र में हजीरा के समुद्र तट से लावारिस हालत में चरस के 7 पैकेट मिले.

इस चरस का वजन 10 किलो 34 ग्राम है और इसकी कीमत 5 करोड़ 1 लाख 70 हजार रुपये है. सूरत पुलिस को आशंका है कि कुछ ड्रग माफियाओं द्वारा समुद्र के रास्ते सप्लाई की जा रही अफगानी चरस को सुरक्षा एजेंसियों के डर से समुद्र में फेंक दिया गया होगा और पानी के बहाव के साथ यह चरस सूरत और नवसारी में बह गई होगी समुद्र किनारे तक पहुंच रहा है. वहीं इस पूरी जांच को लेकर सूरत पुलिस की ओर से एटीएस की भी मदद ली गई है और जरूरत पड़ी तो केंद्रीय एजेंसी की भी मदद ली जाएगी.

खास बात यह है कि आजकल नशे की सप्लाई सड़क के साथ-साथ ट्रेन से भी होती थी। जब इस संबंध में सूरत पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की गई, तो समुद्री मार्ग से मादक पदार्थों की तस्करी की कोशिश को ध्यान में रखते हुए, सूरत पुलिस आयुक्त द्वारा एसओजी टीम को समुद्र तट पर सघन गश्त करने के निर्देश दिए गए और पुलिस टीम ने तटीय इलाके में गश्त की 

तकनीकी निगरानी के आधार पर जांच की गई

इसके अलावा, तटीय क्षेत्र के मछुआरों और मुखबिरों के एक नेटवर्क को सक्रिय किया गया और मानव स्रोत और तकनीकी निगरानी के आधार पर जांच की गई और जांच के दौरान भारी मात्रा में अफगानी चरस पाया गया। उस वक्त इस रैकेट में अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी मामले को लेकर पुलिस द्वारा गहन जांच की गई थी और इस पूरी घटना को लेकर हजीरा थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया गया था.

इस वर्ष दो मामले बनाये गये हैं

वहीं सूरत पुलिस ने लोगों से अपील की है कि समुद्र तट पर रहने वाले नागरिक और मछुआरे और तट पर घूमने वाले पर्यटक किसी भी लालच में आए बिना ऐसी कोई भी चीज दिखे तो तुरंत सूरत पुलिस से संपर्क करें. वहीं पुलिस कमिश्नर की ओर से यह भी कहा गया कि माफिया द्वारा स्टारबक्स कॉफी पैकेट में चरस पैक करके इन दवाओं की आपूर्ति की जा रही थी. सुरक्षा एजेंसियों को यह दिखाने के लिए कि कॉफी की आपूर्ति की जा रही है और पानी को चरस में जाने से रोकने के लिए स्टारबक्स कॉफी पैकेट का उपयोग किया जा रहा था। उल्लेखनीय है कि पिछले साल सूरत शहर पुलिस ने 19 करोड़ रुपये की चरस जब्त की थी और तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। इस साल दो मामले दर्ज किए गए हैं और 6 करोड़ रुपये से ज्यादा की चरस पुलिस को समुद्र तट से मिली है. 

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