बिहार की राजनीति एक बार फिर बयानबाज़ी के तूफान में घिर गई है। आरजेडी नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को 'पाखंडियों का बाप' कहे जाने पर अब खुद मांझी ने पलटवार किया है। रविवार को गया जिले के डेल्हा में एक कार्यक्रम में पहुंचे मांझी ने चंद्रशेखर पर तंज कसते हुए कहा कि "वे प्रोफेसर और विद्वान हैं, उन्हें ऐसे शब्दों से बचना चाहिए।"
मांझी ने कहा- "धर्म के नाम पर बयान देना अनुचित"
मांझी ने कहा, “अगर चंद्रशेखर को लगता है कि हम गलत कर रहे हैं, तो वे सुधार करें या फिर स्पष्ट करें। उन्होंने हमें बीजेपी का बताया, तो क्या बीजेपी वाले गलत हैं?” उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति की चर्चा करते हुए कहा कि देश अब 11वें स्थान से सातवें पर आ गया है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने की ओर अग्रसर है।
“मैं पूजा नहीं, सम्मान देने जाता हूं”
धर्म के मुद्दे पर मांझी ने स्पष्ट किया कि वे किसी मंदिर या मस्जिद में पूजा करने नहीं जाते, बल्कि लोगों की भावना का सम्मान करने जाते हैं। उन्होंने कहा, “किसी की भावना का सम्मान करना रूढ़िवादिता नहीं है, यह संवेदनशीलता है। ये बात एक प्रोफेसर को समझनी चाहिए।”
महागठबंधन में CM फेस पर भी बोले मांझी
कार्यक्रम में मांझी ने महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव सिर्फ महागठबंधन के कन्वीनर हैं, मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं। बिहार में मुख्यमंत्री की कोई वैकेंसी नहीं है, नीतीश कुमार ही सीएम हैं और आगे भी वही रहेंगे।” मांझी ने दावा किया कि 2025 में एनडीए बिहार विधानसभा की 225 सीटें जीतकर सरकार बनाएगा।
'हम' पार्टी की तैयारी और सीटों की रणनीति
मांझी ने बताया कि उनकी पार्टी 'हम' सभी सीटों पर अपनी तैयारी कर रही है। सीट बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा कि इसका फैसला एनडीए नेतृत्व के साथ बैठक में लिया जाएगा, न कि मीडिया के मंच से। मांझी ने कहा, “हमारे कार्यकर्ता चाहते हैं कि हम 35 से 40 सीटों पर चुनाव लड़ें। अगर हम 20 सीटें भी जीतते हैं तो हम वोकेशनल शिक्षा को पूरी तरह से फ्री करेंगे और बच्चियों के लिए शुरू की गई योजनाओं को लागू कराएंगे।”
Read More: रोहित शर्मा का जीवन परिचय: संघर्ष, समर्पण और सफलता की अद्भुत कहानी
Brijendra
Share



