img

फल हमारे स्वास्थ्य का आधार हैं, लेकिन डायबिटीज़ या शुगर लेवल को लेकर सतर्क लोग अक्सर इस दुविधा में रहते हैं कि कौन से फल खाएं और कौन से नहीं। दरअसल, कई फलों में नेचुरल शुगर (फ्रक्टोज़) की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा होता है। लेकिन चिंता की बात नहीं—कुछ फल ऐसे भी हैं जिनमें शुगर बहुत कम होती है और ये आपकी दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं।

आइए जानते हैं 10 ऐसे लो-शुगर फ्रूट्स जो हैं सेहत के लिए सुरक्षित और फायदेमंद:

1. एवोकाडो (Avocado) – शुगर लगभग शून्य

प्रति 100 ग्राम में सिर्फ 0.2 ग्राम शुगर

हेल्दी फैट्स से भरपूर

दिल की सेहत और वजन कंट्रोल में सहायक

2. स्ट्रॉबेरी (Strawberry) – स्वाद भी और सेहत भी

1 कप में लगभग 4.9 ग्राम शुगर

फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

सूजन घटाए, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे

3. तरबूज (Watermelon) – गर्मियों का हाइड्रेशन हीरो

प्रति 100 ग्राम में 6 ग्राम शुगर

पानी से भरपूर, शरीर को हाइड्रेट रखता है

ब्लड प्रेशर और हार्ट के लिए लाभकारी

4. खरबूजा (Muskmelon) – स्किन और दिल दोनों के लिए अच्छा

प्रति 100 ग्राम में 7-8 ग्राम शुगर

विटामिन A और C का अच्छा स्रोत

स्किन ग्लो और इम्युनिटी के लिए उपयोगी

5. संतरा/कीनू (Orange/Clementine) – इम्युनिटी बूस्टर

प्रति 100 ग्राम में 8-9 ग्राम शुगर

शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मददगार

कोलेस्ट्रॉल और बीपी कंट्रोल में सहायक

6. हरा सेब (Green Apple) – फाइबर से भरपूर विकल्प

प्रति 100 ग्राम में 9-10 ग्राम शुगर

लो कैलोरी और हाई फाइबर

हार्ट और डाइजेशन दोनों के लिए फायदेमंद

7. ब्लूबेरी (Blueberry) – एंटीऑक्सीडेंट का खजाना

प्रति 100 ग्राम में 10 ग्राम शुगर

एंटी-एजिंग गुण और कोशिकाओं की सुरक्षा

हार्ट हेल्थ में सहायक

8. आड़ू (Peach) – दिल को दे राहत

प्रति 100 ग्राम में 8.4 ग्राम शुगर

विटामिन C और पोटैशियम से भरपूर

हाइड्रेशन बनाए रखे, मांसपेशियों को राहत दे

9. नाशपाती (Pear) – डाइजेशन और शुगर कंट्रोल के लिए

प्रति 100 ग्राम में 9.5 ग्राम शुगर

हाई फाइबर कंटेंट

ब्लड शुगर और बीपी कंट्रोल में मददगार

10. काले अंगूर (Black Grapes) – दिल के लिए सुरक्षा कवच

प्रति 100 ग्राम में 9-10 ग्राम शुगर

रेस्वेराट्रोल नामक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद

हार्ट अटैक के रिस्क को घटाता है (सीमित मात्रा में सेवन करें)


Read More: विटामिन C की कमी के लक्षण और इलाज: जानिए थकान, कमजोरी और स्कर्वी से कैसे करें बचाव"