दुनिया के अधिकांश देशों में महिलाओं की प्रजनन क्षमता में गिरावट आई है। ऐसे में कई देश ऐसे हैं जहां महिलाएं अपनी पूरी जिंदगी बिना बच्चों के गुजारना चाहती हैं और बच्चे पैदा नहीं करना चाहतीं
ऐसे में टोकोफोबिया भी इसके पीछे का कारण हो सकता है। नाम पढ़कर अजीब लग सकता है लेकिन यह सच है।
दरअसल, टोकोफोबिया एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति, खासकर महिलाएं गर्भावस्था और प्रसव से बेहद डरती हैं। यह डर इतना बढ़ सकता है कि महिलाओं की जिंदगी पर कई तरह से असर डाल सकता है।
टोकोफोबिया के कई कारण हो सकते हैं। उदाहरण के लिए गर्भावस्था, प्रसव या नवजात शिशु से जुड़ा कोई भी बुरा अनुभव इस फोबिया का कारण बन सकता है।
और गर्भावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक परिवर्तनों और स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में भी चिंतित रहती है। या अवसाद, चिंता, या अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं टोकोफ़ोबिया का कारण बन सकती हैं। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान दर्द का डर, शरीर में बदलाव और सामाजिक जीवन में बदलाव भी इस फोबिया का कारण बन सकते हैं।
टोकोफोबिया एक गंभीर समस्या है जो महिलाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। अगर आप या आपका कोई परिचित इस स्थिति से जूझ रहा है तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। किसी विशेषज्ञ की मदद लेना जरूरी है, ताकि उचित इलाज और सलाह मिल सके।
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