Attack on Jhansi-Prayagraj train : मध्य प्रदेश के हरपालपुर में झांसी से प्रयागराज जा रही एक ट्रेन पर हमला हुआ, जिसमें हमलावरों ने ट्रेन पर जमकर पथराव किया और तोड़फोड़ मचाई। इस घटना ने यात्रियों के बीच भारी दहशत फैला दी। ट्रेन महाकुंभ की ओर जा रही थी और घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
घटना का पूरा विवरण
यह मामला झांसी मंडल के हरपालपुर रेलवे स्टेशन का है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हमलावरों ने ट्रेन पर अचानक हमला कर दिया, जिससे अंदर बैठे यात्री बुरी तरह डर गए। इस घटना के वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे लोग ट्रेन पर पत्थर बरसा रहे हैं। यह हमला इतना खतरनाक था कि यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई।
ट्रेन पर पथराव की घटनाएं बढ़ रही हैं
ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। हाल ही में बिहार के गया जिले में भी वंदे भारत ट्रेन पर पथराव हुआ। यह ट्रेन ट्रायल रन पर थी, जब किसी शख्स ने ट्रेन पर पत्थर फेंक दिए। इस पथराव के कारण ट्रेन की खिड़की के शीशे टूट गए।
यह घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि रेलवे सुरक्षा के प्रयासों के बावजूद ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं।
पहले भी हुए हैं ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है जब ट्रेनों पर हमला हुआ हो। इससे पहले भी देश के अलग-अलग हिस्सों में ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं हुई हैं।
- यात्रियों की सुरक्षा खतरे में: ऐसी घटनाओं में कई बार यात्री घायल हुए हैं।
- संपत्ति का नुकसान: चलती ट्रेनों पर पथराव से रेलवे संपत्ति को गंभीर नुकसान होता है।
- मानसिक आघात: यात्रियों को लंबे समय तक इस प्रकार की घटनाओं का मानसिक आघात झेलना पड़ता है।
क्या है कानून और सजा?
चलती ट्रेनों पर पथराव करना गंभीर अपराध है। इसके लिए रेलवे एक्ट के तहत सख्त प्रावधान किए गए हैं।
धारा 153: रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई
रेलवे एक्ट की धारा 153 के तहत अगर कोई व्यक्ति चलती ट्रेन पर पत्थर फेंकता है या उसे किसी भी प्रकार का नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है।
- सजा का प्रावधान: दोषी पाए जाने पर व्यक्ति को 5 साल तक की सजा हो सकती है।
- जुर्माना: सजा के अलावा आर्थिक दंड का प्रावधान भी हो सकता है।
पथराव की घटनाएं क्यों हैं चिंताजनक?
- यात्रियों की सुरक्षा पर खतरा: चलती ट्रेन पर पत्थर फेंकने से यात्री गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं।
- संपत्ति का नुकसान: रेलवे को हर साल लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ता है।
- ट्रेन परिचालन पर असर: पथराव की घटनाओं के कारण कई बार ट्रेनें रोकनी पड़ती हैं, जिससे समय की बर्बादी होती है।
समस्या का समाधान क्या हो सकता है?
- सुरक्षा उपायों में बढ़ोतरी: रेलवे स्टेशनों और संवेदनशील रूट्स पर सुरक्षा कड़ी की जाए।
- सख्त कानूनों का पालन: दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि ऐसे अपराधों पर रोक लग सके।
- सामाजिक जागरूकता: आम जनता को ट्रेन पर पथराव के खतरों और इसके कानूनी परिणामों के बारे में जागरूक किया जाए।
Read More: रोहित शर्मा का जीवन परिचय: संघर्ष, समर्पण और सफलता की अद्भुत कहानी
Brijendra
Share



