
Effect of contraceptive pills : आजकल असुरक्षित यौन संबंध के बाद महिलाएं अनचाहे गर्भ से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करती हैं। ये गोलियां गर्भधारण को रोकने में प्रभावी होती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इनके अधिक सेवन से शरीर में क्या प्रभाव पड़ सकते हैं? हाल के शोध बताते हैं कि गर्भनिरोधक गोलियों के कारण महिलाओं में कुछ पुरुषों जैसे लक्षण विकसित हो सकते हैं। यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित तथ्य है।
गर्भनिरोधक गोलियों में कौन-कौन से हार्मोन होते हैं?
गर्भनिरोधक गोलियों में मुख्य रूप से प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन नामक हार्मोन होते हैं। ये हार्मोन महिलाओं की प्रजनन प्रणाली को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आमतौर पर ये गोलियां अंडोत्सर्जन (ovulation) को रोकने के लिए हार्मोनल संतुलन में बदलाव करती हैं, जिससे गर्भधारण की संभावना समाप्त हो जाती है।
हालांकि, यह जानना जरूरी है कि बाजार में उपलब्ध गर्भनिरोधक गोलियों में मौजूद हार्मोन प्राकृतिक नहीं होते, बल्कि उनके सिंथेटिक (कृत्रिम) संस्करण होते हैं। ये सिंथेटिक हार्मोन प्राकृतिक हार्मोनों की तरह ही कार्य करते हैं लेकिन इनके दीर्घकालिक प्रभाव कुछ हद तक अलग हो सकते हैं।
गर्भनिरोधक गोलियों के संभावित दुष्प्रभाव
हाल के वर्षों में हुए अध्ययनों और कई महिलाओं के अनुभवों के अनुसार, गर्भनिरोधक गोलियों के कुछ अप्रत्याशित दुष्प्रभाव देखे गए हैं।
त्वचा में बदलाव:
- कई महिलाओं ने बताया कि गोलियां लेने के बाद उनकी त्वचा पहले से मोटी और खुरदरी हो गई।
- कुछ महिलाओं के चेहरे पर गहरे मुंहासे होने लगे, जो सामान्य रूप से हार्मोनल असंतुलन का संकेत होते हैं।
अवांछित बालों की वृद्धि:
- कुछ महिलाओं ने शिकायत की कि उनके गालों, ठुड्डी और शरीर के अन्य हिस्सों पर अचानक बाल उगने लगे।
- यह पुरुष हार्मोन एंड्रोजन के प्रभाव से हो सकता है, जो कुछ गर्भनिरोधक गोलियों में प्रोजेस्टेरोन के रूप में मौजूद होता है।
स्वर में परिवर्तन:
- कुछ महिलाओं ने महसूस किया कि उनकी आवाज पहले की तुलना में भारी हो गई, जो पुरुष हार्मोन के बढ़ते प्रभाव का संकेत हो सकता है।
मूड स्विंग्स और मानसिक प्रभाव:
- कुछ महिलाओं ने अचानक चिड़चिड़ापन, अवसाद और मानसिक तनाव महसूस किया।
- यह हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण हो सकता है, जो गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से उत्पन्न होते हैं।
क्या गर्भनिरोधक गोलियां पुरुष हार्मोन से बनी होती हैं?
2012 की एक शोध रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में 83% महिलाएं प्रोजेस्टेरोन युक्त गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करती हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें पाया जाने वाला प्रोजेस्टेरोन पुरुष हार्मोन से निर्मित होता है।
पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन से विकसित किए गए प्रोजेस्टेरोन का उपयोग कई गर्भनिरोधक गोलियों में किया जाता है, जिससे महिलाओं के शरीर में असामान्य बदलाव हो सकते हैं। हालांकि, वर्तमान में बाजार में उपलब्ध नई गर्भनिरोधक गोलियों में एंड्रोजेनिक प्रोजेस्टिन की मात्रा को कम किया गया है, ताकि इन दुष्प्रभावों को रोका जा सके।