Ajit Pawar CM Post Comment : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार ने सोमवार (3 मार्च) को महाराष्ट्र बजट सत्र शुरू होने से पहले एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और विपक्ष के रवैये पर कटाक्ष भी किए गए।
विपक्ष ने किया चाय आमंत्रण का बहिष्कार
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि सरकार ने विपक्ष को चाय पर आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "हमने विपक्ष को बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने बहिष्कार कर दिया।"
मजाकिया अंदाज में दिखी सरकार की केमिस्ट्री
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, "देवेंद्र फडणवीस और मैंने सिर्फ कुर्सियां बदली हैं, लेकिन अजित पवार की कुर्सी फिक्स है।" इस पर सभी लोग हंसने लगे। मजाक जारी रखते हुए अजित पवार ने जवाब दिया, "अगर आप अपनी कुर्सी स्थिर नहीं रख सकते, तो मैं क्या कर सकता हूं?" इस पर शिंदे ने स्पष्ट किया कि उन्होंने पूरी सहमति से पदों की अदला-बदली की है।
'हमारे बीच कोई दरार नहीं' – शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके बीच किसी भी तरह का शीत युद्ध नहीं है। उन्होंने कहा, "इस गर्मी में सब कुछ स्थिर है। आप कितना भी कोशिश कर लो, हमारे बीच कोई दरार नहीं आएगी।"
बजट सत्र को लेकर क्या बोले फडणवीस?
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बजट सत्र को लेकर विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, "कल से बजट सत्र शुरू हो रहा है। विपक्ष ने हमें 9 पन्नों का पत्र दिया है। उनकी स्थिति 'हम आपके हैं कौन?' जैसी हो गई है, लेकिन यह 'हम साथ-साथ हैं' जैसा नहीं है। उन्हें बोलने का मौका मिला, लेकिन उन्होंने भाग नहीं लिया।" उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष का पत्र केवल अखबारों के लेखों पर आधारित है, जबकि सरकार उन्हें सदन में अपनी बात रखने के लिए पूरा समय देगी।
अजित पवार का विपक्ष पर निशाना
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि बजट सत्र से पहले हुई बैठक में विपक्ष शामिल नहीं हुआ। उन्होंने कहा, "विपक्ष ने हमें पत्र भेजा है, लेकिन हम सत्र को सुचारू रूप से चलाने की पूरी कोशिश करेंगे।"
शिंदे ने बजट और योजनाओं पर क्या कहा?
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "यह हमारी सरकार का दूसरा सत्र है। केवल भूमिकाएँ बदली हैं, लेकिन अजित दादा की भूमिका स्थिर है।" उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने कई परियोजनाएँ शुरू की हैं, जिन्हें पिछली सरकार (एमवीए) ने रोक दिया था।
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Brijendra
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