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Oropoch virus : मंकीपॉक्स और जीका वायरस का खतरा अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि एक और वायरस ने चिंता बढ़ा दी है। इस नए वायरस का नाम ओरोपोच वायरस (Oropouche Virus) है, जिसे स्लॉथ फीवर के नाम से भी जाना जाता है। यह वायरस खासकर पर्यटन स्थलों पर तेजी से फैल रहा है, जिससे यात्रियों को सतर्क रहने की जरूरत है।

हाल ही में कुछ अमेरिकी नागरिकों में इस वायरस का संक्रमण देखा गया है, जो कैरिबियन, दक्षिण और मध्य अमेरिका के कुछ हिस्सों से लौटे थे। डॉक्टर इसे फिलहाल लाइलाज बता रहे हैं और एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं।

क्या है ओरोपोच वायरस और यह कैसे फैलता है?

ओरोपोच वायरस एक वायरल संक्रमण है, जो मच्छरों या मिज (Midge) नामक छोटे कीटों के काटने से फैलता है। यह मिज मक्खी या मच्छर प्रजाति का नहीं होता, लेकिन यह इंसानों में वायरस के प्रसार का मुख्य कारण है।

फैलाव के प्रमुख कारण:

  • यह वायरस ज्यादातर मध्य और दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है।
  • संक्रमित मच्छर या मिज के काटने से यह तेजी से फैलता है।
  • भीड़भाड़ वाले और गर्म, आर्द्र इलाकों में इसके फैलने की संभावना अधिक होती है।
  • संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रत्यक्ष संपर्क से यह वायरस नहीं फैलता।

संक्रमण के लक्षण आमतौर पर 3 से 10 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं।

ओरोपोच वायरस के लक्षण

इस वायरस के लक्षण फ्लू या डेंगू जैसे लग सकते हैं। संक्रमित व्यक्ति को हल्का से गंभीर बुखार हो सकता है।

मुख्य लक्षण:

बुखार (38-40°C तक) और ठंड लगना सिरदर्द और तेज़ बदन दर्द थकान और कमजोरी महसूस होना
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द उल्टी, मितली और चक्कर आना कमजोरी और सुस्ती

गंभीर मामलों में:

मस्तिष्क की सूजन (एन्सेफेलाइटिस) का खतरा मेनिन्जाइटिस (मस्तिष्क आवरण की सूजन) की संभावना गर्भवती महिलाओं के लिए अधिक खतरा

ओरोपोच वायरस के जोखिम और संभावित खतरे

हालांकि, ज्यादातर मामलों में यह वायरस घातक नहीं होता, लेकिन कुछ लोगों में यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है।

संभावित जोखिम:

  • मस्तिष्क की सूजन (Encephalitis): यह स्मृति, व्यवहार और सोचने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
  • मेनिन्जाइटिस: यह मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की सूजन का कारण बन सकता है, जिससे बेहोशी, दौरे और लकवा जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए खतरा:
    • गर्भपात या मृत शिशु जन्म हो सकता है।
    • माइक्रोसेफली (Microcephaly): बच्चे का दिमाग सामान्य से छोटा हो सकता है, जिससे मानसिक विकास प्रभावित हो सकता है।

क्या ओरोपोच वायरस का कोई इलाज है?

फिलहाल, ओरोपोच वायरस के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसका इलाज केवल लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।

उपचार के विकल्प:

बुखार कम करने के लिए पैरासिटामोल या अन्य दवाएं शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए अधिक तरल पदार्थ लें पर्याप्त आराम और पौष्टिक आहार लें एस्पिरिन जैसी दवाओं से बचें, क्योंकि यह खून बहने की समस्या पैदा कर सकती है

ओरोपोच वायरस से बचाव के उपाय

1. मच्छरों और मिज के काटने से बचें:

पूरी बाजू के कपड़े पहनें और शरीर को ढककर रखें। मच्छरदानी और कीट-निवारक क्रीम (Repellent) का इस्तेमाल करें। खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगवाएं ताकि मच्छर घर में न आ सकें।

2. यात्रा के दौरान एहतियात बरतें:

ऐसे क्षेत्रों में जाने से बचें जहां ओरोपोच वायरस के मामले बढ़ रहे हों। यात्रा से पहले और बाद में डॉक्टर से सलाह लें।

3. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं:

संतुलित आहार लें और भरपूर नींद लें। अधिक पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त आहार लें, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहे।


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