Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के 29वें दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर आध्यात्मिक आस्था प्रकट की। वह कुंभ मेले के दौरान संगम में डुबकी लगाने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति बन गई हैं। इससे पहले 1954 में देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने यहां स्नान किया था।
राष्ट्रपति के स्वागत में उमड़ा प्रयागराज
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रयागराज आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की। इसके बाद राष्ट्रपति सीधे महाकुंभ मेला क्षेत्र पहुंचीं।
संगम स्नान से पहले पक्षियों को कराया गया अन्नदान
महाकुंभ मेले में पहुंचने के बाद राष्ट्रपति अरैल घाट से जेटी के जरिए त्रिवेणी संगम तक गईं। स्नान से पहले, उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पक्षियों को अन्नदान किया, जो भारतीय संस्कृति में पुण्यदायी माना जाता है।
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा का पूजन
संगम तट पर राष्ट्रपति ने गंगा में पवित्र डुबकी लगाई और पुष्प अर्पित किए। इसके साथ ही, मां गंगा को नारियल और शॉल भेंट कर आस्था प्रकट की। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच राष्ट्रपति ने गंगा पूजन किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनके साथ मौजूद रहीं।
राष्ट्रपति का आठ घंटे का प्रवास और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महाकुंभ में लगभग 8 घंटे तक रुकेंगी। संगम स्नान के बाद वह प्रयागराज के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर और अक्षयवट के दर्शन करेंगी। राष्ट्रपति की सुरक्षा को देखते हुए एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं, और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
राष्ट्रपति की इस पवित्र डुबकी ने महाकुंभ मेले के महत्व को और भी बढ़ा दिया है, जिससे श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिला।
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Brijendra
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