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Sunscreen Myth : हममें से कई लोग ये सोचते हैं कि सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने से कैंसर हो सकता है, लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल उलट है। असल में, सनस्क्रीन हमारी त्वचा को सूरज की हानिकारक पराबैंगनी (UV) किरणों से बचाता है, जो त्वचा कैंसर का सबसे बड़ा कारण बनती हैं। तेज धूप में बिना किसी सुरक्षा के निकलना हमारी त्वचा को बुरी तरह झुलसा सकता है, जिससे समय के साथ गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में, अगर हम रोजाना सही तरीके से और सही प्रकार का सनस्क्रीन इस्तेमाल करें, तो ये हमारी त्वचा के लिए एक मजबूत ढाल बन सकता है।

सनस्क्रीन में मौजूद तत्व UVA और UVB दोनों तरह की किरणों को ब्लॉक करने का काम करते हैं। UVA किरणें त्वचा को समय से पहले बूढ़ा करती हैं, वहीं UVB किरणें जलन और कैंसर जैसी समस्याएं पैदा कर सकती हैं। इसलिए, SPF 30 या उससे ऊपर वाला 'ब्रॉड-स्पेक्ट्रम' सनस्क्रीन चुनना बेहद जरूरी है। ये न केवल आपकी त्वचा को झुलसने से बचाता है बल्कि दीर्घकाल में गंभीर बीमारियों से भी बचाता है।

सनस्क्रीन लगाना क्यों जरूरी है?

सूरज की रोशनी में मौजूद पराबैंगनी किरणें हमारे शरीर के लिए अदृश्य खतरे की तरह होती हैं। बाहर से ये नजर नहीं आतीं, लेकिन अंदर से ये हमारी त्वचा की कोशिकाओं को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती हैं। इसका नतीजा होता है झुर्रियां, झुलसन, डार्क स्पॉट्स, और सबसे गंभीर – स्किन कैंसर।

क्या आप जानते हैं? मेलेनोमा और नॉन-मेलेनोमा जैसे त्वचा कैंसर आजकल बहुत आम हो गए हैं। खासकर उन लोगों में, जो रोजाना धूप में समय बिताते हैं या जिनकी त्वचा अधिक संवेदनशील होती है।

यहां सनस्क्रीन आपके लिए एक रक्षक की तरह काम करता है – जैसे कोई ट्रांसपेरेंट शील्ड जो UV किरणों को आपकी त्वचा से टकराने से पहले ही रोक देता है।

सनस्क्रीन के फायदे – सिर्फ सुंदरता नहीं, सुरक्षा भी

  • त्वचा कैंसर का खतरा घटता है: रिसर्च यह साबित कर चुकी है कि सनस्क्रीन के नियमित इस्तेमाल से स्किन कैंसर का रिस्क काफी हद तक कम किया जा सकता है।
  • त्वचा को समय से पहले बूढ़ा होने से बचाता है: अगर आप चाहते हैं कि आपकी त्वचा लंबे समय तक जवान दिखे, तो सनस्क्रीन आपका सबसे अच्छा दोस्त हो सकता है।
  • डार्क स्पॉट्स और सनबर्न से बचाव: ये त्वचा पर पड़ने वाले दाग-धब्बों को भी रोकता है, जिससे त्वचा साफ और हेल्दी दिखती है।

सनस्क्रीन का सही इस्तेमाल कैसे करें?

अब सवाल आता है कि क्या सिर्फ किसी भी सनस्क्रीन को चेहरे पर लगाना काफी है? जवाब है – बिल्कुल नहीं! चलिए जान लेते हैं कि सनस्क्रीन को सही ढंग से इस्तेमाल कैसे करें:

1. ब्रॉड-स्पेक्ट्रम वाला सनस्क्रीन चुनें:

हमेशा ऐसा सनस्क्रीन लें जो "Broad Spectrum" के टैग के साथ आता हो। इसका मतलब है कि ये UVA और UVB दोनों किरणों से बचाव करता है।

2. सही SPF चुनें:

SPF का मतलब है “Sun Protection Factor”। SPF 30 या उससे ऊपर का सनस्क्रीन चुनना हमेशा बेहतर होता है, खासकर भारतीय मौसम को देखते हुए।

3. सभी खुले हिस्सों पर लगाएं:

सिर्फ चेहरे पर ही नहीं, बल्कि गर्दन, कान, हाथ, और पैरों जैसे हिस्सों पर भी लगाएं। ये वो हिस्से हैं जो धूप के सबसे ज्यादा संपर्क में आते हैं।

4. दोबारा लगाना ना भूलें:

अगर आप पसीना बहा रहे हैं या तैराकी कर रहे हैं, तो हर 2 घंटे में सनस्क्रीन दोबारा जरूर लगाएं।

क्या सिर्फ सनस्क्रीन लगाना ही काफी है?

नहीं, सिर्फ सनस्क्रीन पर भरोसा करना सही नहीं। ये आपकी सुरक्षा का एक हिस्सा है, लेकिन पूरी सुरक्षा नहीं। यहां कुछ और जरूरी बातें हैं जो आपको करनी चाहिए:

  • छाया में रहें: जब भी बाहर निकलें, तो कोशिश करें कि आप छायादार जगहों पर चलें।
  • ढीले और पूरी बाजू के कपड़े पहनें: ये आपकी त्वचा को सूरज की सीधी किरणों से बचाते हैं।
  • टोपी और सनग्लासेस का इस्तेमाल करें: सिर और आंखों की त्वचा भी धूप से प्रभावित होती है।
  • धूप में निकलने का सही समय चुनें: सुबह 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक की धूप सबसे तेज होती है। इस दौरान बाहर निकलने से बचें।


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