यूपी पॉलिटिक्स: केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल के नेता और केंद्रीय मंत्री ने अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। पार्टी ने अपने सभी प्रवक्ताओं को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है.
राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी की ओर से जारी पत्र में इस फैसले की जानकारी दी गई। जानकारी के मुताबिक यह कार्रवाई आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी के आदेश पर की गई है. रालोद की मेरठ इकाई ने अपने मीडिया ग्रुप में इस फैसले की जानकारी दी.
हाल ही में एक प्रवक्ता ने गृह मंत्री अमित शाह के बयान की आलोचना की थी. इसके बाद अब यह फैसला लिया गया है. रालोद नेता त्रिलोक त्यागी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय लोकदल के सभी राष्ट्रीय प्रवक्ताओं और उत्तर प्रदेश के सभी प्रवक्ताओं को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाता है.
हाल ही में आरएलडी प्रवक्ता कमल गौतम ने कहा था कि गृह मंत्री का बयान उचित नहीं है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को भगवान मानने वाले लोग उन्हें भगवान ही मानते रहेंगे। उनके लिए ऐसा बयान उचित नहीं है.
गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर विरोध
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को संसद में संविधान पर बहस में हिस्सा लिया. इस बीच कांग्रेस ने उनके दिए भाषण पर विरोध जताया है. अमित शाह ने अपने भाषण के दौरान डाॅ. बाबा साहेब ने अंबेडकर की विरासत का जिक्र किया और कहा कि आजकल अंबेडकर का नाम लेना फैशन बन गया है. अमित शाह ने कहा, "अब ये फैशन बन गया है. अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर...इतनी बार भगवान का नाम लिया होता तो स्वर्ग मिल जाता."
अमित शाह के पूरे भाषण के इस एक हिस्से पर बड़ा विवाद है. कांग्रेस पार्टी के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अमित शाह के बयान पर विरोध जताया.
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