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Health Tips : सर्दियों के मौसम में सूखी खांसी या कफ वाली खांसी होना आम समस्या है, लेकिन यह नींद, खानपान और रोजमर्रा की गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। जो लोग ब्रोंकाइटिस या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) से पीड़ित हैं, उनके लिए यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

खांसी के दौरान मतली, गले में जलन, नाक बहना और आंखों से पानी आना जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। खासतौर पर मौसम में बदलाव के कारण नाक और श्वसन तंत्र में सूजन आ जाती है, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है।

लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! अदरक और तुलसी से बना यह घरेलू नुस्खा आपकी खांसी को जड़ से खत्म कर सकता है।

अदरक की चाय में मिलाएं ये दो चीजें – तुरंत मिलेगी राहत!

अदरक, तुलसी और गुड़ का मेल खांसी, जुकाम और फ्लू जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।

अदरक के फायदे:

इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन कम करते हैं और कफ निकालने में मदद करते हैं।
यह गले में खराश को शांत करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।

तुलसी के फायदे:

तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो सर्दी, खांसी और फ्लू के वायरस को नष्ट करने में मदद करते हैं।
यह फेफड़ों को स्वस्थ रखती है और सांस संबंधी बीमारियों से बचाव करती है।

गुड़ के फायदे:

 गुड़ में आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो खून की कमी को दूर करता है और शरीर को गर्म रखता है।
यह श्वसन मार्ग को साफ करता है और गले में जमा कफ को बाहर निकालने में मदद करता है।
गुड़ चीनी का हेल्दी विकल्प भी है, जिससे इम्यून सिस्टम को नुकसान नहीं होता।

खांसी दूर करने के लिए इस तरह बनाएं अदरक-तुलसी का शक्तिवर्धक पेय

सामग्री:

  • 1 इंच अदरक (कद्दूकस किया हुआ)
  • 5 से 10 तुलसी के पत्ते
  • 1 छोटा टुकड़ा गुड़
  • 1 गिलास पानी

बनाने की विधि:

अदरक को कद्दूकस करके उसका रस निकाल लें।
तुलसी के पत्तों को पीसकर रस तैयार करें।
गुड़ को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
एक पैन में 1 गिलास पानी लें और उसमें अदरक का रस, तुलसी का रस और गुड़ डालें।
 इसे धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक उबालें, जब तक गुड़ पूरी तरह घुल न जाए।
गुनगुना होने पर इसे छानकर पी लें।

अगर आप चाहें तो इसे चाय की तरह गर्म करके भी पी सकते हैं।

इस घरेलू उपाय के क्या फायदे हैं?

गले की खराश, जलन और दर्द में तुरंत आराम देता है।
खांसी को जड़ से खत्म करता है और कफ निकालने में मदद करता है।
सर्दी-जुकाम और फ्लू से बचाव करता है।
 फेफड़ों को स्वस्थ रखता है और सांस लेने में आसानी होती है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, जिससे बार-बार खांसी नहीं होती।

कब और कैसे पीना चाहिए?

सुबह खाली पेट पीने से सबसे ज्यादा फायदा मिलता है।
रात को सोने से पहले पिएं, ताकि गले की सूजन और खांसी से राहत मिले।
अगर ज्यादा खांसी हो रही हो तो दिन में 2-3 बार पी सकते हैं।