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SBI Pension: अगर आपके घर में कोई पेंशनभोगी है या आप खुद सरकारी नौकरी कर रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। पेंशनभोगियों की सुविधा के लिए केंद्र सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक के साथ मिलकर इंटीग्रेटेड पेंशनर्स पोर्टल नाम से एक नया ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है। इस पोर्टल के माध्यम से पांच बैंकों की पेंशन प्रोसेसिंग और भुगतान सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। इस पोर्टल पर पेंशनभोगी जीवन प्रमाण पत्र, मासिक वेतन पर्ची चेक और फॉर्म 16 स्टेटस जमा कर सकेंगे।

पेंशनभोगियों के लिए नई पोर्टल सेवा शुरू की गई पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने एक बयान में कहा कि पेंशन सेवाओं को डिजिटल बनाने और पेंशनभोगियों के लिए जीवन को आसान बनाने के लिए पेंशन सेवाएं शुरू की गई हैं और इस कदम से पांच बैंकों की पेंशन प्रक्रिया और उनकी सेवाओं में सुधार होगा भुगतान सेवाओं के लिए एकल खिड़की प्रदान करता है जिसके तहत पेंशनभोगी विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक और केनरा बैंक के पोर्टल को भी भविष्य पोर्टल के साथ एकीकृत किया गया है और पेंशनभोगी इस पोर्टल के माध्यम से पेंशनभोगी सेवाओं तक पहुंच सकेंगे, जहां वे अपनी पेंशन पर्ची, जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं के भुगतान विवरण, फॉर्म-16 और अन्य की जांच कर सकते हैं।

एकीकृत पेंशन प्लेटफार्म क्या है? नया पेंशन पोर्टल पेंशन प्रक्रिया और भुगतान प्रणाली को पूरी तरह से डिजिटल बनाने के उद्देश्य से बनाया गया है। साथ ही सरकार का मुख्य उद्देश्य पेंशन संबंधी सेवाओं में पारदर्शिता और दक्षता लाना है और इस प्रणाली के माध्यम से पेंशनभोगी की व्यक्तिगत और सेवा विवरण प्राप्त किया जा सकता है, ताकि पेंशन फॉर्म ऑनलाइन जमा किए जा सकें। पेंशनभोगियों को उनकी पेंशन मंजूरी की प्रगति के बारे में एसएमएस या ईमेल के माध्यम से भी सूचित किया जाएगा। पोर्टल में एक भविष्य पोर्टल और CPENGRAMS, एक ऑनलाइन शिकायत प्रणाली शामिल है।

फ्यूचर पोर्टल क्या है? दूसरी ओर, पेंशनभोगियों का डिजिटल निपटान डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र और भविष्य पोर्टल जैसे विभिन्न उपकरणों के माध्यम से किया जाता है। फ्यूचर प्लेटफ़ॉर्म पोर्टल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पेंशन प्रक्रियाओं और भुगतानों का अंत-से-अंत डिजिटलीकरण प्राप्त करना है। यह पेंशनभोगी की ओर से इलेक्ट्रॉनिक रूप से पीपीओ जारी करने और डिजिलॉकर पर जाने तक उन्हें ऑनलाइन जमा करने की सुविधा प्रदान करता है। 1 जुलाई, 2017 को सभी सरकारी विभागों के लिए 'भविष्य' पोर्टल अनिवार्य कर दिया गया था।

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