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Prayagraj Mahakumbh : प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ने से शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। सड़कों पर भारी जाम लग गया है, जिससे लाखों लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। संगम घाट से लेकर प्रयागराज हाईवे तक ट्रैफिक की स्थिति बिगड़ चुकी है।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक वृद्धि

29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान के दिन हुई भगदड़ के बाद कुछ समय के लिए भीड़ में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन पांच फरवरी के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक इजाफा हो गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच फरवरी को कुंभ स्नान के बाद लोगों का हुजूम प्रयागराज की ओर बढ़ा।

7, 8 और 9 फरवरी को लाखों श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से प्रयागराज पहुंचे। बीते तीन दिनों में लगभग 15 लाख वाहन शहर में दाखिल हुए, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में वाहन उसी गति से बाहर नहीं निकल सके, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति और गंभीर हो गई।

सभी पार्किंग स्थल फुल, वाहन छोड़कर पैदल जा रहे श्रद्धालु

प्रयागराज में लगभग सभी पार्किंग स्थल श्रद्धालुओं के वाहनों से पूरी तरह भर चुके हैं। हजारों लोग शहर से लगभग 15 किलोमीटर बाहर अपने वाहन खड़े करके संगम स्नान के लिए पैदल ही रवाना हो रहे हैं। स्नान के बाद वापस अपने वाहन तक पहुंचने में भी लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

ट्रैफिक जाम को लेकर प्रशासन सख्त, मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश

महाकुंभ के दौरान लगातार बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक जाम को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल एक्शन लिया है। कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि महापूर्णिमा स्नान के दौरान विशेष सावधानी बरती जाए और प्रयागराज में यातायात सुचारू रूप से चलता रहे।

मुख्यमंत्री के आदेशों के तहत:

  • मेला परिसर में अनाधिकृत वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण रोक लगाई गई है।
  • श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शटल बसों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
  • रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
  • प्रमुख स्नान घाटों तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

यातायात नियंत्रण के लिए विशेष टीमों की तैनाती

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने 28 एडीएम और एसडीएम स्तर के अधिकारियों की एक विशेष टीम तैनात की है। प्रशासन का दावा है कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा नहीं होने दी जाएगी और मेले के सफल संचालन के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

महापूर्णिमा स्नान शुरू, प्रयागराज में जनसैलाब उमड़ा

भारी ट्रैफिक जाम के बीच आज महापूर्णिमा स्नान शुरू हो चुका है। यह दोपहर 2 बजे से शुरू हुआ और 12 फरवरी तक जारी रहेगा। इस दौरान प्रयागराज समेत अन्य प्रमुख शहरों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है।

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं

महाकुंभ के दौरान ट्रैफिक जाम और अव्यवस्था पर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं को श्रद्धालुओं की मदद के लिए आगे आने का निर्देश दिया है। वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि "प्रयागराज के लोगों को नजरबंद कर दिया गया है।" उन्होंने भीड़ नियंत्रण के लिए सेना की तैनाती की मांग भी की है।

प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में अफरातफरी, हंगामा और तोड़फोड़

महाकुंभ के कारण प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में भी जबरदस्त भीड़ देखी जा रही है। जगह की कमी के चलते कई स्थानों पर अराजकता का माहौल बन गया है। मधुबनी में गुस्साए यात्रियों ने ट्रेन के डिब्बों की खिड़कियां तोड़ दीं, जबकि नवादा में यात्रियों के बीच हाथापाई और झगड़े की खबरें सामने आई हैं।

प्रशासन की अपील – संयम और अनुशासन बनाए रखें

प्रशासन लगातार श्रद्धालुओं से संयम और अनुशासन बनाए रखने की अपील कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सभी के सहयोग से महाकुंभ को सुचारू रूप से संपन्न कराया जाएगा। श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से अपने निजी वाहनों के उपयोग से बचने और प्रशासन द्वारा निर्धारित मार्गों का पालन करने की सलाह दी गई है।

महाकुंभ का यह आयोजन ऐतिहासिक होने के साथ-साथ प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती भी साबित हो रहा है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार और प्रशासन के लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि महाकुंभ का आयोजन सुचारू रूप से पूरा हो और श्रद्धालु अपनी आस्था को बिना किसी परेशानी के निभा सकें।