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ख़राब जीवनशैली, खान-पान और तनाव हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव डालते हैं। इसी वजह से अक्सर महिलाओं को तनाव के कारण पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) की समस्या का सामना करना पड़ता है।

लड़कियों और महिलाओं में पीसीओएस की समस्या बेहद आम हो गई है। इसके कारण आजकल महिलाओं को मोटापा, मासिक धर्म संबंधी समस्याएं, मुंहासे और बांझपन जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

पीसीओएस को नियंत्रित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज विटामिन सी है। विटामिन सी एक आवश्यक पोषक तत्व है। इसके अतिरिक्त, इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण पीसीओएस में पुरानी सूजन को कम करने में मदद करते हैं और पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को विटामिन सी से भरपूर फल खाने चाहिए।

फोलेट विटामिन बी9 का प्राकृतिक रूप है। यह पानी में आसानी से घुल सकता है। यह कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है।

सेलेनियम एक खनिज है जो शरीर में कम मात्रा में पाया जाता है। पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।

कैल्शियम हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है। पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के शरीर में अक्सर कैल्शियम की कमी हो जाती है। इसलिए आपको विटामिन डी का सेवन करना चाहिए।

कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आप अपने आहार में पालक, पनीर, रागी, दही, टोफू, दूध को प्रचुर मात्रा में शामिल कर सकते हैं।

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