
केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह 11 अप्रैल 2025 को तमिलनाडु के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घोषणा की, जिसमें उन्होंने AIADMK नेता ई. पलानीस्वामी और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई के साथ मीडिया के सामने आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा और AIADMK के बीच गठबंधन की पुष्टि की।
अमित शाह ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा और AIADMK गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा जाएगा, जबकि तमिलनाडु में चुनाव AIADMK के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता ने वर्षों तक राष्ट्रीय राजनीति में साथ काम किया है और यह गठबंधन उसी विरासत को आगे बढ़ाएगा।
गृह मंत्री ने साफ किया कि इस गठबंधन का उद्देश्य डीएमके को किसी भी तरह का भ्रम न पालने देना है। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरी मजबूती से पलानीस्वामी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी और उन्हें विश्वास है कि आगामी चुनावों में एनडीए को तमिलनाडु में प्रचंड बहुमत मिलेगा।
अमित शाह ने डीएमके सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मौजूदा सरकार ने सनातन धर्म, तीन भाषा नीति और अन्य भटकाने वाले मुद्दों को उठाकर जनता का ध्यान असली समस्याओं से हटाने की कोशिश की है। लेकिन तमिलनाडु की जनता अब जागरूक है और वो इस बार कानून व्यवस्था, महिलाओं और दलितों पर अत्याचार, और सरकार के भ्रष्टाचार जैसे मुख्य मुद्दों पर वोट देगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि डीएमके सरकार ने शराब घोटाले में 39,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया है। इसके अलावा रेत खनन, ऊर्जा, मुफ्त धोती और परिवहन से जुड़े कई घोटाले भी सामने आए हैं। अमित शाह ने कहा कि तमिलनाडु की जनता इन सवालों का जवाब सरकार से जरूर मांगेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को तमिल भाषा और संस्कृति पर गर्व है। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में संगोल को प्रस्तुत किया था, जो तमिल परंपरा का सम्मान है। अमित शाह ने अंत में यह स्पष्ट किया कि यह गठबंधन अब स्थायी है और इसकी घोषणा में समय लगना उसी गंभीरता का परिणाम है।
यह बयान तमिलनाडु की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत दे रहा है, जो आगामी चुनावों में निर्णायक साबित हो सकता है।