img

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार सुबह से ही सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ जारी है। इस भिड़ंत में अब तक 12 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, जबकि दो जवान शहीद हो गए हैं। यह मुठभेड़ इंद्रावती टाइगर रिजर्व राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में हो रही है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।

डीआरजी और एसटीएफ का संयुक्त ऑपरेशन

सुरक्षा बलों की डीआरजी (District Reserve Guard) और एसटीएफ (Special Task Force) की टीमें इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं। सुरक्षाबलों को इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई शुरू की गई। बीजापुर एसपी ने मुठभेड़ की पुष्टि की है और बताया कि अब तक नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में स्वचालित हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई है।

तलाशी अभियान अभी भी जारी

बस्तर पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ बीजापुर जिले के एक घने जंगल में हुई है। मारे गए नक्सलियों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षाबल पूरे इलाके को खंगाल रहे हैं और नक्सलियों के ठिकानों को नष्ट करने की कार्रवाई कर रहे हैं।

ऑपरेशन अभी भी जारी, पूरे इलाके में गोलियों की गूंज

यह मुठभेड़ रविवार सुबह करीब 8 बजे शुरू हुई थी और अब भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है। जिस क्षेत्र में यह अभियान चल रहा है, वह महाराष्ट्र की सीमा से सटा हुआ है। इस दौरान कुछ जवान घायल भी हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर भेजा गया है। मुठभेड़ स्थल पर गोलियों की आवाजें लगातार गूंज रही हैं, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है।

लगातार हो रही हैं मुठभेड़, सुरक्षा बलों का अभियान तेज

हाल ही में बीजापुर के जंगलों में इसी तरह की एक बड़ी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें भी 12 नक्सली मारे गए थे। बस्तर आईजी सुंदरराज पी.ए. ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के एक बड़े समूह को घेरकर ऑपरेशन शुरू किया था। इस अभियान में डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा 2022 और सीआरपीएफ 222 बटालियन की संयुक्त टीम ने हिस्सा लिया था।

स्वचालित हथियार और विस्फोटक बरामद

बस्तर पुलिस ने यह भी कहा कि मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में स्वचालित हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं, जो यह साबित करता है कि नक्सली बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।

नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार हो रही हैं कार्रवाइयाँ

छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। बीजापुर जिले में ही 1 फरवरी 2025 को गंगालूर क्षेत्र में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 8 नक्सली मारे गए थे।

इसके अलावा, 20-21 जनवरी को छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा से लगे गरियाबंद जिले के जंगलों में भी सुरक्षाबलों ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाया था, जिसमें 16 नक्सली मारे गए थे। इसमें एक खूंखार नक्सली चलपति भी शामिल था, जिस पर 90 लाख रुपये का इनाम था।

नक्सल विरोधी अभियान और तेज

सुरक्षा बलों द्वारा लगातार किए जा रहे इन अभियानों से नक्सलियों की कमर टूटती नजर आ रही है। डीआरजी, एसटीएफ और सी-60 के जवान लगातार इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं और नक्सल गतिविधियों को खत्म करने के प्रयास में जुटे हैं।


Read More: रोहित शर्मा का जीवन परिचय: संघर्ष, समर्पण और सफलता की अद्भुत कहानी