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Vaijayanti Mala Benefits : पांच तत्वों से बनी मानव शरीर पर पहनी जाने वाली सभी चीजों का महत्व होता है। चाहे वह कोई धातु हो, कोई रत्न हो या कोई मोती हो। ऐसी ही मालाओं का उल्लेख शास्त्रों में भी मिलता है।

इसे पहनने से व्यक्ति की किस्मत चमक सकती है। ये मोती समुद्र तट पर नहीं बल्कि पेड़ों पर पाए जाते हैं। इस मोतियों का हार स्वयं भगवान श्रीकृष्ण पहनते हैं। इसे वैजयंती माला के नाम से जाना जाता है।

यह माला भगवान श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है। वैजयंती माला विशेष रूप से पूजा-पाठ और समस्याओं के समाधान के लिए पहनी जाती है। आइए इस लेख में ज्योतिषी पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण को वैजयंती माला क्यों पसंद है।

भगवान कृष्ण को वैजयंती माला क्यों पसंद है?
पौराणिक कथा के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि धरती माता ने ब्रह्मांड की रक्षा के लिए प्रेम और भक्ति से भगवान कृष्ण को वैजयंती माला उपहार में दी थी। इसी कारण से वैजयंती माला भगवान श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है।

वैजयंती माला देवी लक्ष्मी का कारक है
वैजयंती माला को भगवान विष्णु के रूप में श्रीकृष्ण धारण करते हैं। इसलिए यह माला बहुत शुभ मानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि वैजयंती माला देवी लक्ष्मी की प्रतिनिधि है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति वैजयंती माला धारण करता है। इन्हे आर्थिक तंगी से मुक्ति मिल सकती हैं। इसके अलावा मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है।

वैजयंती माला पहनते समय मंत्र का
जाप करें वैजयंती माला पहनते समय ओम नमो भगवत वासुदेवाय मंत्र का जाप करें। इससे भगवान विष्णु की कृपा आप पर बनी रहेगी। साथ ही अगर आपकी शादी में किसी तरह की परेशानी आ रही है तो उससे भी राहत मिल सकती है। वैजयंती माला धारण करने से क्रोध शांत होता है।

वैजयंती माला किस दिन धारण करें?
अगर आप वैजयंती माला पहनने का मन बना रहे हैं तो इसे सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को पहन सकते हैं। इससे व्यक्ति पर भगवान विष्णु के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहेगी। साथ ही जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है।

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