
Horror Movies On OTT : आज के समय में हॉरर फिल्मों का दीवानापन सिर चढ़कर बोल रहा है। लोग अब सिर्फ रोमांटिक या एक्शन मूवीज़ तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि उन्हें डर और रहस्य से भरी फिल्में देखना और महसूस करना पसंद है। चाहे बात बॉलीवुड की हो, हॉलीवुड की, या फिर साउथ की थ्रिलर फिल्मों की – हर इंडस्ट्री में हॉरर की मांग बढ़ती जा रही है। अमेज़न प्राइम वीडियो पर भी कई ऐसी डरावनी फिल्में मौजूद हैं जो आपको नींद में भी डराने की ताकत रखती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही 5 सबसे डरावनी हॉरर फिल्मों के बारे में, जो इस समय अमेज़न प्राइम पर धूम मचा रही हैं।
1. दांत (Teeth): जब शरीर ही बन जाए रहस्य
'दांत' एक बेहद अजीब लेकिन दमदार कहानी है जो डॉन नाम की लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है। डॉन को अपनी योनि में दांत होने का पता तब चलता है जब वह पहली बार किसी के साथ अंतरंग होती है और उसे असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। यह सीन न केवल चौंकाता है बल्कि दहशत भी पैदा करता है।
इस फिल्म की खास बात यह है कि यह सिर्फ एक डरावनी कहानी नहीं है, बल्कि महिलाओं के शरीर, यौन हिंसा और समाज में उनके अनुभवों पर भी एक गहरी टिप्पणी करती है। फिल्म का सस्पेंस और सिनेमैटोग्राफी इसे एक अलग ही स्तर पर ले जाता है। यह फिल्म उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो सिर्फ डर नहीं बल्कि एक सोच देने वाली हॉरर फिल्म देखना चाहते हैं।
2. टस्क (Tusk): डर और हंसी का अजीब मेल
'टस्क' हॉरर और कॉमेडी का ऐसा कॉकटेल है जिसे देखकर आपका दिमाग चकरा सकता है। फिल्म एक पॉडकास्टर वालेस ब्राइटन की कहानी है जो कनाडा में एक रहस्यमयी आदमी हॉवर्ड होवे का इंटरव्यू लेने जाता है। वहीं से उसकी जिंदगी एक अजीब मोड़ ले लेती है।
हॉवर्ड के पास एक अजीब किस्सा है – एक बार एक वालरस ने उसकी जान बचाई थी, और अब वह इंसानों को उसी जानवर में बदलने की सनक में जी रहा है। यह फिल्म कई बार आपको हँसाएगी, लेकिन उसके पीछे का डर धीरे-धीरे आपके दिमाग में उतरता जाएगा। केविन स्मिथ द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक साइकोलॉजिकल हॉरर का बेहतरीन उदाहरण है जो देखने वालों को सोच में डाल देती है।
3. स्वैलॉ (Swallow): जब अंदर ही छुपा हो डर
'स्वैलॉ' की कहानी है हंटर नाम की एक महिला की, जो बाहर से एक परफेक्ट गृहिणी लगती है – खूबसूरत घर, अमीर पति और एक शांत-सी ज़िंदगी। लेकिन उसकी असलियत बेहद डरावनी है। हंटर एक अजीब मानसिक बीमारी से ग्रसित है, जिसे "पिका" कहा जाता है – जिसमें इंसान नॉन-एडिबल यानी अखाद्य चीजें निगलने लगता है।
फिल्म बहुत धीमी और मनोवैज्ञानिक अंदाज में डर पैदा करती है। हंटर का संघर्ष, उसका अकेलापन, और अपने शरीर पर नियंत्रण खोना – ये सब चीजें आपको धीरे-धीरे अंदर से बेचैन कर देती हैं। 'स्वैलॉ' उन हॉरर फिल्मों में से एक है जो किसी भूत-प्रेत से नहीं बल्कि आपके अपने मन और शरीर से डराती है।
4. टाइटन (Titane): जब शरीर ले ले अजीब आकार
'टाइटन' एक बेहद अजीब, शॉकिंग और कभी-कभी असहज कर देने वाली फिल्म है। एलेक्सिया नाम की एक लड़की बचपन में एक कार दुर्घटना का शिकार हो जाती है, जिससे उसके सिर में टाइटेनियम प्लेट लगती है। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती।
एलेक्सिया का शरीर एक अजीब बदलाव से गुजरता है – वह कार के साथ यौन संबंध बनाती है और गर्भवती हो जाती है! यह सुनकर ही आप समझ सकते हैं कि यह फिल्म किस लेवल की अजीब और डरावनी होगी। लेकिन इसमें सिर्फ शॉक वैल्यू नहीं है, बल्कि एक गहरी मानव कहानी भी छुपी है। पुलिस से भागने के लिए वह खुद को एक लापता लड़के एड्रियन के रूप में पेश करती है, और वहां से शुरू होती है एक और परतदार कहानी।
5. वीडियोड्रोम (Videodrome): स्क्रीन के पीछे छुपा सच्चा डर
'वीडियोड्रोम' एक ऐसी फिल्म है जो 80s में बनी थी, लेकिन आज भी इसका असर वैसा ही है। यह कहानी है मैक्स रेन की, जो एक छोटा केबल टीवी स्टेशन चलाता है। वह एक रहस्यमय शो "वीडियोड्रोम" के सिग्नल को खोज निकालता है, जिसमें हिंसा, यातना और दर्द का ग्राफिक प्रदर्शन होता है।
मैक्स को लगता है यह शो उसकी रेटिंग्स बढ़ा देगा, लेकिन जैसे-जैसे वह इसमें गहराई से शामिल होता है, उसे समझ आता है कि यह सिर्फ एक शो नहीं बल्कि एक ब्रेनवॉशिंग प्रोग्राम है जो लोगों के मस्तिष्क पर प्रभाव डालता है। यह फिल्म आज के डिजिटल युग में भी बेहद प्रासंगिक है, और दिखाती है कि स्क्रीन के पीछे कितनी खतरनाक चीजें छिपी हो सकती हैं।