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महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और दिग्गज एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर नक्सली कनेक्शन का शक है. मुंबई पुलिस के सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले में गिरफ्तार तीन आरोपी गौरव अपुने, रूपेश मोहोल और शुभम लोनकर फायरिंग की प्रैक्टिस करने के लिए पुणे से झारखंड गए थे.

जानकारी के मुताबिक, आरोपी गौरव ने बताया कि वह झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके में गया था, जहां किसी ने उसे एके-47 दे दी. पुलिस ने बताया कि तीनों ने इसी एके-47 से फायरिंग की प्रैक्टिस की. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है कि अगर लॉरेंस गिरोह और नक्सलियों के साथ काम कर रहा है तो हम इस एंगल से भी उसकी जांच कर रहे हैं.

हम नक्सली कनेक्शन की जांच कर रहे हैं- पुलिस

एक अधिकारी ने कहा कि यह वह इलाका है जो नक्सल प्रभावित है और ऐसे में उन्नत हथियार (एके-47) से फायरिंग का अभ्यास करना बहुत असामान्य है. इसी वजह से अब हम इस एंगल पर भी जांच कर रहे हैं. क्या उसका नक्सलियों से कोई संबंध है या कोई नक्सली उसकी मदद कर रहा है या उसके अलावा कोई और भी है?

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच चल रही है. पुलिस ने गुरुवार (7 नवंबर) को दो और लोगों को गिरफ्तार किया. इस हत्याकांड में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अधिकारी ने बताया कि पुणे शहर के कर्वेनगर इलाके के रहने वाले आदित्य गुलंकर (22) और रफीक नियाज शेख (22) को हिरासत में लिया गया है. पुलिस के मुताबिक, कथित साजिशकर्ताओं में से एक प्रवीण लोनकर दूसरे आरोपी रूपेश मोहोल के संपर्क में था।

आपको बता दें कि लोनकर और मोहोल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. दोनों ने कथित तौर पर गुलनाकर और शेख को गोला-बारूद के साथ 9 मिमी की पिस्तौल दी, जिसका इस्तेमाल अपराध में किया जाना था। जांच के दौरान एक पिस्तौल बरामद की गई है, जबकि गोला-बारूद का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

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