पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे. 26 दिसंबर की रात 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद भी मनमोहन सिंह को कई सुविधाएं मिल रही थीं। इसके अलावा उन्हें प्रति माह 20 हजार रुपये की पेंशन भी मिल रही थी. अब सवाल यह है कि उनकी मृत्यु के बाद यह पेंशन किसे मिलेगी? परिवार के कौन से सदस्य इसके हकदार होंगे? साथ ही किन सदस्यों को अन्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा?
ये सुविधाएं मनमोहन सिंह को मिलती थीं
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद डॉ. मनमोहन सिंह को नई दिल्ली में 3, मोतीलाल नेहरू मार्ग पर बंगला दिया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें पहले पांच वर्षों तक विशेष सुविधाएं दी गईं, लेकिन उसके बाद नियमों में संशोधन किया गया।
यह बदलाव सुरक्षा व्यवस्था में हुआ है
पूर्व प्रधानमंत्री को पहले साल के लिए एसपीजी सुरक्षा मिलती है। इसके बाद उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है. ऐसे में मनमोहन सिंह को भी एक साल के लिए एसपीजी और फिर जेड प्लस सुरक्षा दी गई थी. इसके अलावा, उन्हें कैबिनेट मंत्री के बराबर सुविधाएं मिलती हैं, जिसमें 20,000 रुपये प्रति माह की पेंशन, आजीवन लुटियंस जोन में मुफ्त आवास, जीवन भर मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं, प्रति वर्ष छह घरेलू हवाई टिकट, मुफ्त रेल यात्रा शामिल है। जीवन भर मुफ्त बिजली और पांच साल बाद एक निजी सहायक और एक चपरासी मिलता था। इसके अलावा कार्यालय खर्च के रूप में सालाना छह हजार रुपये भी दिये जाते थे.
परिवार के किन सदस्यों को मिलेगी पेंशन ?
आपको बता दें कि डॉ. मनमोहन सिंह को हर महीने 20 हजार रुपये की पेंशन मिलती थी. नियमों के मुताबिक यह पेंशन अब उनकी पत्नी गुरशरण कौर को दी जाएगी. इसके अलावा आवास सुविधाओं में कोई कमी नहीं की जाएगी। सुविधाओं की बात करें तो मनमोहन सिंह की पत्नी और उनके आश्रितों को ये सुविधाएं मिलती रहेंगी. इसमें सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज, मुफ्त रेल यात्रा और रियायती हवाई यात्रा शामिल होगी। साथ ही सुरक्षा गार्ड और अन्य सुरक्षा व्यवस्था आदि भी बरकरार रहेगी.
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