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Remedies for Shani Dosha : ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। वे सूर्य और छाया के पुत्र हैं और उनकी दृष्टि, प्रभाव और स्वभाव को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं। शनि देव कर्मों के अनुसार फल देते हैं, इसलिए इन्हें प्रसन्न रखना बेहद आवश्यक माना जाता है।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में होता है, तो उसे शनि दोष का सामना करना पड़ता है। शनि दोष के कारण जीवन में अनेक कठिनाइयां और बाधाएं आ सकती हैं, जैसे—स्वास्थ्य समस्याएं, आर्थिक परेशानियां और रिश्तों में तनाव। हालांकि, ज्योतिष में कुछ आसान उपाय बताए गए हैं, जिनसे शनि के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
शनि दोष क्या है और इसका प्रभाव कितने वर्षों तक रहता है?
शनि का प्रभाव हर व्यक्ति के जीवन में लगभग 10 वर्षों तक बना रहता है। खासकर, जब किसी व्यक्ति पर साढ़े साती या ढैय्या का प्रभाव होता है, तो उसे उसके कर्मों के अनुसार फल मिलता है।
साढ़ेसाती: यह अवधि साढ़े सात साल तक चलती है और यह व्यक्ति के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है।
ढैय्या: यह ढाई साल तक रहती है और कई बार मानसिक तनाव और आर्थिक समस्याओं का कारण बनती है।
अगर शनि अशुभ स्थिति में हो, तो जीवन में कठिनाइयां बढ़ सकती हैं। लेकिन अगर शनि शुभ स्थान पर हो, तो व्यक्ति को समृद्धि और सफलता मिलती है।
शनि दोष के कारण होने वाली बीमारियां और समस्याएं
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष होता है, तो उसे कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं।
1. स्वास्थ्य समस्याएं
हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी समस्याएं: गठिया, फ्रैक्चर, हड्डियों की कमजोरी।
त्वचा रोग: खुजली, दाद, एक्जिमा, सफेद दाग, त्वचा का काला पड़ना।
न्यूरोलॉजिकल समस्याएं: पक्षाघात (लकवा), मांसपेशियों की कमजोरी, ऐंठन।
मानसिक तनाव: अवसाद, चिंता, नकारात्मक विचार, अनिद्रा।
दांतों से जुड़ी बीमारियां: दांत कमजोर होना, मसूड़ों में दर्द और संक्रमण।
2. आर्थिक और पारिवारिक समस्याएं
आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है।
व्यापार में लगातार नुकसान होता है।
कानूनी मामलों में उलझना पड़ सकता है।
रिश्तों में तनाव बढ़ता है, मित्र और परिवारजन दूर हो सकते हैं।
झूठे आरोपों और मानहानि का सामना करना पड़ सकता है।
अच्छा काम करने के बाद भी उसका श्रेय नहीं मिलता।
3. बुरी आदतों की ओर झुकाव
शनि दोष से ग्रसित व्यक्ति का झुकाव शराब, जुआ और बुरी संगत की ओर हो सकता है। कई बार व्यक्ति को अपना मकान या संपत्ति बेचने की नौबत आ जाती है।
शनि दोष से बचने के उपाय
अगर आप शनि के दुष्प्रभाव से बचना चाहते हैं, तो कुछ आसान ज्योतिषीय उपाय करके शनिदेव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
1. मंत्र जाप करें
प्रतिदिन या कम से कम शनिवार के दिन "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जप करें।
2. दान और सेवा करें
शनिवार को जरूरतमंदों को भोजन कराएं।
काले तिल, काले कपड़े और लोहे की वस्तुएं दान करें।
कौओं और कुत्तों को रोटी खिलाएं।
3. हनुमानजी की पूजा करें
मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
हनुमान मंदिर में चमेली के तेल का दीपक जलाएं।
4. शनि मंदिर में पूजा करें
शनिवार के दिन शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं।
शनि यंत्र स्थापित करें और रोज़ पूजा करें।
5. उपवास और नियमों का पालन करें
शनिवार को व्रत रखें और इस दिन काले कपड़े पहनें।
झूठ और बेईमानी से बचें, क्योंकि शनि अनुशासन और ईमानदारी के देवता हैं।
शनि दोष से बचाव के लिए क्या न करें?
शनिवार के दिन मांस और शराब का सेवन न करें।
गरीबों और जरूरतमंदों का अपमान न करें।
किसी भी व्यक्ति को झूठे आरोप में न फंसाएं।
अपनी माता-पिता और बुजुर्गों की अनदेखी न करें।