ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह और नक्षत्रों का व्यक्ति के सभी कार्यों पर शुभ या अशुभ प्रभाव पड़ता है। कई बार हम जाने-अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिसका असर हमारी जिंदगी पर पड़ता है और इंसान को यह भी समझ नहीं आता कि उसके किए का परिणाम क्या होगा।
शराब की लत इंसान की जिंदगी बर्बाद कर देती है। अगर आप कार में या कहीं भी शराब पीते हैं तो सावधान हो जाइए, यह ग्रह आपको शारीरिक नुकसान के साथ आर्थिक कंगाली भी देगा। जानिए शराब पीने और मांसाहारी मांस खाने से किन ग्रहों को नुकसान होता है।
ये ग्रह नशे की लत से दूषित होते हैं
शास्त्रों के अनुसार शराब और मांसाहार को राक्षसों का पदार्थ माना गया है। इसका सेवन करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं। शनि तब अशुभ हो जाता है जब कोई व्यक्ति व्यभिचारी हो जाता है या शराब पीने लगता है।
नशे की लत के लिए भी राहु जिम्मेदार है। राहु भी अशुभ फल देने लगता है। धन की हानि के साथ सम्मान भी चला जाता है। राहु स्वास्थ्य और वैवाहिक जीवन पर बुरा प्रभाव डालता है।
भुगतने पड़ेंगे ये परिणाम (DryingAlcohol Bad Effects)
शराब की लत से व्यक्ति की बुद्धि नष्ट हो जाती है, वह सही-गलत में फर्क नहीं कर पाता और अनैतिक कार्य करने लगता है, जिसके परिणामस्वरूप उसे शनि का प्रकोप झेलना पड़ता है।
ऐसे में व्यक्ति को बीमारी, तनाव और आर्थिक नुकसान जैसी कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है। घर में मां लक्ष्मी का भी वास नहीं होता है। कार, घर या किसी अन्य स्थान पर शराब और मांस का सेवन करना धार्मिक दृष्टि से उचित नहीं माना जाता है।
ज्योतिष में वाहन का संबंध शुक्र और शनि ग्रह से माना जाता है। शुक्र विलासितापूर्ण जीवन देता है, जबकि शनि कर्मों के आधार पर परिणाम देता है। शुक्र ग्रह का संबंध लक्ष्मीजी से भी है, लक्ष्मीजी को स्वच्छता और पवित्रता अधिक पसंद है। जबकि शनि अनुशासन और नियम पसंद करते हैं।
इसलिए कार आदि में ऐसी हरकतें नहीं करनी चाहिए। इससे दोनों ग्रह अशुभ फल दे सकते हैं। यदि कार में किसी देवी-देवता की तस्वीर हो तो कभी भी शराब, मांस आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। गाड़ी को हमेशा साफ रखें और गाड़ी में बैठने से पहले हाथ जोड़ लें। यह परंपरा आज भी गांवों में निभाई जाती है।
शराब की लत से छुटकारा पाने के उपाय (Alcohol Addiction Removal Upay)
बुरी संगति और आदतों को दूर करने में शिव का अंश रुद्राक्ष बहुत प्रभावशाली माना जाता है। नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए पंचधातु में एकमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए, इसके लिए विशेषज्ञ की सलाह भी लेनी चाहिए। शराब की आदत से छुटकारा पाने के लिए रविवार या शुक्रवार को मां दुर्गा की पूजा करें और शुक्रवार को व्रत रखें और दान करें।
इन परिस्थितियों में लत लग सकती है
जब कुंडली में चंद्रमा लग्न में हो और उस पर छठे, एकादश भाव के स्वामी और राहु का प्रभाव हो तो व्यक्ति शराब का आदी हो सकता है। जानकारों के अनुसार यदि कुंडली में शुक्र और राहु का संबंध हो तो व्यक्ति अधिक शराब पीने लगता है।
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