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SBI Alert : आज के दौर में वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सही जगह पर निवेश करना बेहद जरूरी हो गया है। बैंक एफडी, म्यूचुअल फंड, पीपीएफ, शेयर बाजार जैसे कई निवेश विकल्प मौजूद हैं, जहां लोग अपनी क्षमता और जरूरत के हिसाब से पैसा लगा सकते हैं। हालांकि, बढ़ते साइबर धोखाधड़ी के मामलों ने निवेशकों के लिए जोखिम बढ़ा दिया है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों को सावधान रहने की सलाह दी है।
एसबीआई ने क्या चेतावनी जारी की है?
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक चेतावनी जारी की है। इसमें बताया गया है कि सोशल मीडिया पर बैंक के शीर्ष प्रबंधन से जुड़े फर्जी वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं, जिनमें उन्हें कुछ निवेश योजनाओं को बढ़ावा देते हुए दिखाया जा रहा है।
एसबीआई ने कहा:
"हम अपने सभी ग्राहकों और आम जनता को यह सूचित करना चाहते हैं कि कुछ धोखेबाज हमारे वरिष्ठ अधिकारियों के डीपफेक (AI जनरेटेड) वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर फैला रहे हैं। इन वीडियो में उन्हें फर्जी निवेश योजनाओं का समर्थन करते हुए दिखाया जाता है, जो अवास्तविक और असामान्य रूप से उच्च रिटर्न देने का वादा करती हैं।"
बैंक ने स्पष्ट किया कि SBI या उसका कोई भी अधिकारी इस तरह की किसी योजना का समर्थन नहीं करता। इसलिए ग्राहकों से अनुरोध किया गया है कि वे इन फर्जी वीडियो और स्कैम से बचें।
AI और साइबर धोखाधड़ी का बढ़ता खतरा
आज के डिजिटल युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग हर क्षेत्र में बढ़ रहा है। हालांकि, इसके साथ ही साइबर अपराधियों ने भी धोखाधड़ी के लिए AI का इस्तेमाल तेज कर दिया है।
कैसे होता है AI आधारित साइबर स्कैम?
- डीपफेक वीडियो: AI तकनीक का उपयोग कर किसी भी व्यक्ति की नकली वीडियो बनाई जा सकती है।
- फर्जी निवेश योजनाएं: धोखेबाज निवेशकों को बड़ी रकम का लालच देकर उन्हें ठगने की कोशिश करते हैं।
- फिशिंग अटैक: ईमेल, SMS या सोशल मीडिया लिंक के जरिए लोगों को जाल में फंसाने की कोशिश की जाती है।
- फर्जी बैंकिंग ऐप्स: नकली बैंकिंग या निवेश ऐप्स बनाकर लोगों की संवेदनशील जानकारी चुराई जाती है।
कैसे रहें सुरक्षित?
- सोशल मीडिया पर फैली किसी भी निवेश योजना पर आंख बंद करके भरोसा न करें।
- बैंक से जुड़े किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांचें।
- अगर कोई स्कैम या संदेहास्पद गतिविधि नजर आए, तो तुरंत बैंक या साइबर सेल को सूचित करें।
- फर्जी कॉल, मैसेज या ईमेल के झांसे में न आएं, जहां आपसे बैंकिंग डिटेल्स मांगी जाती हैं।
- अगर कोई निवेश योजना असामान्य रूप से उच्च रिटर्न का वादा करती है, तो उसे संदेह की नजर से देखें।