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Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ के अंतिम कुछ दिन शेष हैं, और अगर आप भी इस पवित्र अवसर पर संगम में स्नान करने जा रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण नियमों और परंपराओं का पालन करना आवश्यक है। महाकुंभ में स्नान मात्र एक धार्मिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग भी माना जाता है। इसलिए, स्नान के दौरान और इसके पश्चात की जाने वाली पूजा-पद्धति का विशेष महत्व होता है।
महाकुंभ में स्नान के बाद शिव पूजा का महत्व
महाकुंभ में संगम स्नान के पश्चात भगवान शिव की पूजा का विशेष विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संगम स्नान से पापों का नाश होता है और शिव पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। यह प्रक्रिया न केवल आत्मिक शुद्धि लाती है, बल्कि जीवन में शांति और समृद्धि का भी मार्ग प्रशस्त करती है।
संगम स्नान के नियम और सावधानियां
- स्नान से पहले संकल्प लें – संगम में स्नान करने से पहले मन में एक संकल्प लें कि आप सभी नकारात्मक विचारों को त्यागकर शुद्ध हृदय से स्नान करेंगे।
- पवित्रता बनाए रखें – स्नान के दौरान किसी भी तरह की अनुचित गतिविधि न करें और आसपास स्वच्छता बनाए रखें।
- भीड़ का ध्यान रखें – महाकुंभ में भारी भीड़ होती है, इसलिए स्नान के दौरान सुरक्षा का ध्यान रखना आवश्यक है।
- गहरे पानी में न जाएं – अगर आपको तैरना नहीं आता, तो संगम के गहरे हिस्से में जाने से बचें।
- शांत मन से स्नान करें – स्नान के दौरान मंत्र जाप करें और भगवान का ध्यान करें, ताकि आध्यात्मिक लाभ मिल सके।
स्नान के बाद शिवलिंग स्थापना और पूजा विधि
- स्नान करने के बाद संगम के तट पर रेत से शिवलिंग बनाना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- इस शिवलिंग पर त्रिवेणी संगम का पवित्र जल अर्पित करें और भगवान शिव का अभिषेक करें।
- यदि शिवलिंग बनाना संभव न हो, तो कुंभ क्षेत्र में स्थित शिव मंदिरों में जाकर महादेव के दर्शन करें।
- शिवलिंग पर बिल्वपत्र, धतूरा और अक्षत चढ़ाएं तथा "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
- पूजा के बाद जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और अन्य आवश्यक वस्तुओं का दान करें, क्योंकि कुंभ के दौरान दान करने का विशेष फल मिलता है।
मोक्ष और पुण्य की प्राप्ति का मार्ग
महाकुंभ में संगम स्नान और शिव पूजा से व्यक्ति के पाप नष्ट होते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दौरान किए गए धार्मिक अनुष्ठान और दान-पुण्य का कई गुना फल प्राप्त होता है। इसलिए, यदि आप महाकुंभ में स्नान करने जा रहे हैं, तो इन नियमों का पालन करें और शिव पूजा करके अपने जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर बनाएं।