img

Harvard University Annual India Conference : रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अपने विचार रखेंगी। उन्हें हार्वर्ड में आयोजित होने वाले वार्षिक भारत सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम के दौरान, वह हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के पूर्व डीन नितिन नोहरिया से संवाद करेंगी। इस चर्चा में भारतीय कला, संस्कृति और परंपराओं के विविध पहलुओं को उजागर किया जाएगा और बताया जाएगा कि आधुनिक दुनिया में भारत किस तरह एक प्रभावशाली भूमिका निभा सकता है।

हार्वर्ड भारत सम्मेलन 2025: वैश्विक मंच पर भारत

यह प्रतिष्ठित सम्मेलन 15-16 फरवरी को हार्वर्ड विश्वविद्यालय में आयोजित होगा। इस दो दिवसीय आयोजन में 1,000 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। इस वर्ष का विषय "भारत से विश्व तक" रखा गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत की वैश्विक यात्रा का उत्सव मनाना है। साथ ही, इस बात की भी चर्चा होगी कि किस तरह भारतीय नवाचार, विचार और संस्कृति विश्वभर में शांति और समृद्धि को बढ़ावा दे सकते हैं।

नीता अंबानी: भारत की सॉफ्ट पावर की पहचान

नीता अंबानी का नाम दुनिया के सबसे प्रभावशाली भारतीयों में गिना जाता है। उन्होंने कला, संस्कृति, खेल, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भारत की सॉफ्ट पावर को सशक्त बनाने में अहम योगदान दिया है। उनके प्रयासों ने भारत को न केवल एक आधुनिक और प्रगतिशील राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत किया है, बल्कि 'वसुधैव कुटुंबकम' के सिद्धांत को भी मजबूती से स्थापित किया है।

कौन-कौन से मुद्दों पर होगी चर्चा?

इस सम्मेलन में भारत से जुड़े कई महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें शामिल हैं:

प्रौद्योगिकी और नवाचार
जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण
आर्थिक विकास और व्यापार
लोकतंत्र और कूटनीति
संस्कृति और सांस्कृतिक आदान-प्रदान

इन विषयों पर विचार-विमर्श के जरिए भारत के अनूठे दृष्टिकोण को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया जाएगा और यह समझने की कोशिश की जाएगी कि भारत की यात्रा और अनुभव वैश्विक समुदाय के लिए कैसे उपयोगी हो सकते हैं।

22 वर्षों से हो रहा है यह भव्य आयोजन

हार्वर्ड भारत सम्मेलन पिछले 22 वर्षों से सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है। यह एक ऐसा मंच है, जहां हार्वर्ड के छात्र और दुनिया भर से आए विशेषज्ञ व्यवसाय, अर्थशास्त्र, शिक्षा और संस्कृति जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर गहन चर्चा करते हैं। यह सम्मेलन न केवल भारत की उपलब्धियों को रेखांकित करता है, बल्कि वैश्विक विकास में उसकी भूमिका और प्रभाव को भी उजागर करता है।

नीता अंबानी की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि भारत की संस्कृति, परंपराएं और आधुनिकता अब वैश्विक पटल पर एक प्रभावशाली पहचान बना रही हैं।