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Gold and silver rate today : सोने की कीमतों में मंगलवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गई। ज्वैलर्स और खुदरा खरीदारों की कमजोर मांग के कारण राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतों में 160 रुपये की गिरावट आई।
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार, 99.9% शुद्धता वाला सोना 160 रुपये गिरकर 82,840 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इससे पहले सोमवार को यह 83,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इसी तरह, 99.5% शुद्धता वाला सोना भी 160 रुपये की गिरावट के साथ 82,440 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
चांदी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
हालांकि, चांदी की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं देखा गया। मंगलवार को चांदी 92,000 रुपये प्रति किलो पर स्थिर रही।
बाजार के जानकारों के मुताबिक, व्यापारियों की नजर बुधवार को होने वाले FOMC (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) ब्याज दर निर्णय पर है। यह अमेरिकी डॉलर के साथ-साथ सोने-चांदी की कीमतों को भी प्रभावित करेगा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ कमोडिटी विश्लेषक सौमिल गांधी ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में हल्की तेजी आई है। ट्रंप ने कहा था कि वे वैश्विक टैरिफ को 2.5% से अधिक बढ़ाना चाहते हैं। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स सोना वायदा 10 डॉलर प्रति औंस बढ़कर 2,776.20 डॉलर प्रति औंस हो गया।
सर्राफा बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी
एशियाई बाजार में कॉमेक्स चांदी वायदा 0.48% बढ़कर 30.56 डॉलर प्रति औंस हो गया।
एक्सिस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक-कमोडिटीज देवया गगलानी ने कहा कि इस सप्ताह बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। इसके पीछे अग्रिम GDP डेटा, उपभोक्ता विश्वास रिपोर्ट, बेरोजगारी के आंकड़े और FOMC बैठक के परिणाम जैसे कारक शामिल हैं।
क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत?
सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जिनमें शामिल हैं –
घरेलू मांग – अगर भारत में सोने की मांग बढ़ती है, तो कीमतों में उछाल आता है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति – अमेरिका में आर्थिक संकट आने पर निवेशक सोने में पैसा लगाते हैं, जिससे इसकी कीमत बढ़ती है।
फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें – अगर ब्याज दरें कम होती हैं, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का रुझान – सोने की कीमतें ग्लोबल ट्रेडिंग के हिसाब से भी बदलती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। अमेरिका से बेरोजगारी दर और पीएमआई (Purchasing Managers’ Index) जैसे आर्थिक आंकड़े भी सोने और चांदी के बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।
निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों में मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण समय हो सकता है।