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Coconut Water Brain Damage : गर्मियों में शरीर को हाइड्रेट रखने और गर्मी से राहत पाने के लिए नारियल पानी एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है। यह न केवल स्वाद में हल्का और ताजगी देने वाला होता है, बल्कि शरीर को जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स भी प्रदान करता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यही नारियल पानी अगर सही तरीके से न पिया जाए तो जानलेवा साबित हो सकता है?

हाल ही में डेनमार्क में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जिसने नारियल पानी के सुरक्षित सेवन को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बासी नारियल पानी बना मौत का कारण

डेनमार्क के एक 69 वर्षीय बुजुर्ग की मौत का मामला सामने आया है, जो यह साबित करता है कि नारियल पानी ताजगी के साथ ही सुरक्षित भी होना चाहिए। जानकारी के अनुसार, उस व्यक्ति ने नारियल पानी बाजार से खरीदकर रख लिया था, लेकिन उसे फ्रिज में नहीं रखा। कुछ समय बाद जब उन्होंने उसे पिया, तो कुछ ही देर में उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।

पसीना आना, मतली महसूस होना और उल्टी—ये शुरुआती लक्षण थे, जो उन्होंने अनुभव किए। हालत बिगड़ती गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा सके।

ब्रेन में सूजन और फंगस बना जानलेवा

एमआरआई रिपोर्ट से पता चला कि पीड़ित के मस्तिष्क में अत्यधिक सूजन हो गई थी। डॉक्टरों का मानना है कि इसकी वजह नारियल पानी में मौजूद एक सक्रिय फंगस था। यह फंगस पीड़ित के रक्तप्रवाह में तेजी से फैल गया और मस्तिष्क को प्रभावित कर गया। इससे मस्तिष्क में गंभीर क्षति हुई, जो उनकी मौत का कारण बनी।

पीड़ित ने अपनी पत्नी को बताया था कि नारियल पानी में कुछ ठोस जैसा था और उससे अजीब सी गंध आ रही थी। इसके बावजूद उन्होंने थोड़ी मात्रा में उसे पी लिया, जो जानलेवा साबित हुआ।

पुराने या खुले नारियल पानी से बचें

विशेषज्ञों की सलाह साफ है—नारियल पानी को हमेशा ताजा ही पिएं। कभी भी खुले या लंबे समय तक रखा गया नारियल पानी न पिएं, खासकर अगर उसे फ्रिज में नहीं रखा गया हो। पैकेज्ड नारियल पानी लेने के बाद भी उसे तुरंत फ्रिज में रख देना चाहिए और समय रहते सेवन कर लेना चाहिए।

अगर आप सीधे ताजे नारियल से पानी निकाल रहे हैं, तो उसे छान लें और तुरंत पी लें। लंबे समय तक उसे खुला न छोड़ें क्योंकि उसमें फफूंद विकसित होने का खतरा होता है, जो स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है।

साफ-सफाई और छानना है बेहद जरूरी

नारियल पानी को सीधे पीने की बजाय उसे पहले गिलास में डालें और छान लें। इससे उसमें मौजूद किसी भी प्रकार की अशुद्धि या फंगस को हटाने में मदद मिलेगी। फफूंद अगर सांस के ज़रिए शरीर में चला जाए तो श्वसन संबंधी समस्याएं और एलर्जी का खतरा रहता है। वहीं, अगर वह रक्तप्रवाह में प्रवेश कर गया, तो मस्तिष्क तक भी पहुंच सकता है, जैसा कि डेनमार्क की घटना में हुआ।

सावधानी ही है सुरक्षा की कुंजी

नारियल पानी जितना फायदेमंद है, उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है अगर इसे गलत तरीके से पिया जाए। यह घटना एक चेतावनी है कि हम जो कुछ भी अपने शरीर में डालते हैं, उसकी गुणवत्ता और ताजगी की जांच करना बेहद जरूरी है।

इसलिए अगली बार जब आप नारियल पानी पिएं, तो यह सुनिश्चित करें कि वह ताजा हो, सही से रखा गया हो और उसमें कोई अजीब गंध या रंग न हो। थोड़ी सी सावधानी आपको बड़ी मुसीबत से बचा सकती है।


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