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हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में कई ऐसी चीजें हैं, जिनका हम बिना सोचे-समझे इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ये हमारी सेहत पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं। खासतौर पर किचन में मौजूद कुछ सामान कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के खतरे को बढ़ा सकते हैं। कई रिसर्च में पाया गया है कि कुछ किचन आइटम्स में जहरीले केमिकल्स होते हैं, जो धीरे-धीरे हमारे शरीर में जमा होते रहते हैं और समय के साथ कैंसर जैसी बीमारियों को जन्म दे सकते हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसी चीजों के बारे में, जिनका हम रोजाना इस्तेमाल करते हैं, लेकिन वे कैंसर का खतरा बढ़ा सकती हैं।

1. प्लास्टिक बोतल और कंटेनर – कैंसरकारी केमिकल्स का जहर!

क्या आप प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते हैं या प्लास्टिक के कंटेनरों में खाना स्टोर करते हैं? अगर हां, तो सावधान हो जाइए! प्लास्टिक में कार्सिनोजेन (cancer-causing) तत्व होते हैं, जो शरीर में धीरे-धीरे जमा होकर कैंसर जैसी बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।

कैसे होता है नुकसान?

  • प्लास्टिक के कंटेनर से केमिकल्स धीरे-धीरे खाने और पानी में मिलते रहते हैं।
  • गर्म खाना या पानी रखने से यह रिसाव और तेज हो जाता है।
  • खासकर Bisphenol A (BPA) और Phthalates जैसे तत्व हार्मोनल असंतुलन और कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।

क्या करें?

  • प्लास्टिक की बजाय स्टील, कांच या सेरेमिक के कंटेनर और बोतलें इस्तेमाल करें।
  • BPA-फ्री प्लास्टिक प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, लेकिन पूरी तरह प्लास्टिक से बचना बेहतर होगा।

2. नॉन-स्टिक कुकवेयर – धीरे-धीरे बन सकता है ज़हर

नॉन-स्टिक कुकवेयर का इस्तेमाल हर घर में किया जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि ये बर्तन भी कैंसर का कारण बन सकते हैं?

कैसे होता है नुकसान?

  • नॉन-स्टिक पैन की सतह पर पॉलिटेट्राफ्लूरोएथिलीन (PTFE) नामक केमिकल की कोटिंग होती है।
  • जब ये कोटिंग ज्यादा गर्म होती है (260°C से ऊपर), तो Perfluorooctanoic Acid (PFOA) निकलता है, जो कैंसर को जन्म दे सकता है।
  • लगातार इस्तेमाल से ये केमिकल खाने में मिल सकते हैं और शरीर में जमा हो सकते हैं।

क्या करें?

  • नॉन-स्टिक की बजाय कास्ट आयरन, स्टेनलेस स्टील, तांबे या मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करें।
  • यदि नॉन-स्टिक बर्तन का उपयोग कर रहे हैं, तो उसे ज़्यादा गर्म करने से बचें और खरोंच वाले पैन को तुरंत बदलें।

3. रिफाइंड ऑयल – दिल ही नहीं, कैंसर के लिए भी खतरनाक!

क्या आप रोजाना रिफाइंड तेल में खाना बनाते हैं? अगर हां, तो यह सिर्फ मोटापा ही नहीं, बल्कि कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन सकता है।

कैसे होता है नुकसान?

  • रिफाइंड तेल में ट्रांस फैट और फ्री रेडिकल्स होते हैं, जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।
  • बार-बार तेल को गर्म करने से उसमें मौजूद हानिकारक केमिकल्स निकलते हैं, जो कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।
  • हाइड्रोजेनेटेड ऑयल शरीर में सूजन और कोशिकाओं में असंतुलन पैदा कर सकता है, जिससे कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

क्या करें?

  • रिफाइंड ऑयल की जगह कोल्ड-प्रेस्ड या ऑर्गेनिक तेल (जैसे सरसों, नारियल, जैतून या घी) का इस्तेमाल करें।
  • डीप फ्राई फूड्स और जले हुए तेल का सेवन कम करें।

4. एल्युमिनियम फॉइल और प्लास्टिक – धीमा ज़हर

क्या आप खाने को एल्युमिनियम फॉइल में लपेटकर गर्म करते हैं? या माइक्रोवेव में प्लास्टिक कंटेनर का इस्तेमाल करते हैं? यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

कैसे होता है नुकसान?

  • माइक्रोवेव में प्लास्टिक गर्म करने से डायोक्सिन नामक जहरीला केमिकल निकलता है, जो कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
  • एल्युमिनियम फॉइल से एल्युमिनियम आयन खाने में मिलते हैं, जो नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं।
  • लंबे समय तक अधिक मात्रा में एल्युमिनियम शरीर में जमा होकर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी पैदा कर सकता है।

क्या करें?

  • माइक्रोवेव में प्लास्टिक की बजाय कांच या सेरेमिक के बर्तन का उपयोग करें।
  • खाने को स्टोर करने के लिए स्टील या कांच के डिब्बों का इस्तेमाल करें।
  • फॉइल की जगह केले के पत्ते या बटर पेपर का उपयोग करें।

5. प्रोसेस्ड मीट – कैंसर का बढ़ता खतरा

प्रोसेस्ड मीट यानी पैकेज्ड मीट, हॉट डॉग, सॉसेज, सलामी आदि का सेवन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।

कैसे होता है नुकसान?

  • प्रोसेस्ड मीट में नाइट्रेट्स और नाइट्राइट्स नामक केमिकल्स होते हैं, जो पाचन के दौरान नाइट्रोसामाइन्स में बदल जाते हैं – ये कैंसर पैदा करने वाले तत्व हैं।
  • इनमें मौजूद प्रिजर्वेटिव्स और एडिटिव्स शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।
  • धुएं या स्मोकिंग प्रोसेस से गुजरा हुआ मीट पेट और आंतों के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।

क्या करें?

  • प्रोसेस्ड मीट की बजाय ताजा और ऑर्गेनिक मीट या वेजिटेरियन प्रोटीन जैसे दाल, पनीर और नट्स का सेवन करें।
  • यदि मीट खाना ही है, तो उसे घर पर ताजे मसालों के साथ पकाकर खाएं और प्रोसेस्ड फूड से बचें।