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Income Tax Rules Changes 2025 : हर साल की तरह इस बार भी नया वित्तीय वर्ष कुछ नई जिम्मेदारियों और बदलावों के साथ दस्तक दे रहा है। अगर आप टैक्सपेयर हैं, तो आपको 1 अप्रैल 2025 से लागू होने जा रहे नए आयकर नियमों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए। ये नियम आपकी कमाई, निवेश और टैक्स बचत की रणनीतियों को पूरी तरह से बदल सकते हैं।

इन बदलावों की घोषणा सरकार ने केंद्रीय बजट 2025 के दौरान की थी, और इसका मकसद है – टैक्स सिस्टम को सरल बनाना और टैक्सपेयर्स को ज्यादा पारदर्शिता और राहत देना। आइए, एक-एक करके समझते हैं इन दस अहम बदलावों को जो नए वित्तीय वर्ष से लागू हो रहे हैं।

1. नई आयकर स्लैब और दरें

नई टैक्स व्यवस्था के तहत अब आपकी टैक्स देनदारी में बड़ा बदलाव होने वाला है। अब 4 लाख रुपये तक की सालाना आय पूरी तरह टैक्स फ्री रहेगी। वहीं 24 लाख रुपये से ज्यादा कमाने वालों को 30% टैक्स देना होगा। यह स्लैब काफी हद तक मध्यम वर्ग के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

पुरानी टैक्स व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है, यानी अगर आप पुरानी व्यवस्था में ही टैक्स भरते आ रहे हैं, तो आपके लिए स्लैब वही रहेंगे।

2. धारा 87A के तहत छूट में इजाफा

धारा 87A के तहत सरकार ने टैक्स छूट की सीमा 25,000 रुपये से बढ़ाकर 60,000 रुपये कर दी है। इसका सीधा फायदा उन लोगों को मिलेगा जिनकी सालाना आमदनी 12 लाख रुपये तक है। इस सीमा तक अब उन्हें कोई टैक्स नहीं देना होगा।

इस कदम से मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास को बड़ी राहत मिलने वाली है, खासकर उन लोगों को जो सैलरी क्लास हैं और हर महीने बजट मेंटेन करते हैं।

3. टीडीएस नियमों में बदलाव

टैक्स डिडक्शन एट सोर्स (TDS) के नियमों में भी बदलाव हुआ है। अब वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज आय पर टीडीएस की सीमा बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है, जो पहले कम थी। इससे वरिष्ठ नागरिकों को टैक्स रिटर्न में कम झंझट झेलनी पड़ेगी।

इसके अलावा कुछ अन्य सेक्टर्स में भी TDS की लिमिट में बदलाव किया गया है ताकि छोटे टैक्सपेयर्स को बेवजह टैक्स न देना पड़े और उनकी लिक्विडिटी बनी रहे।

4. टीसीएस नियमों में बदलाव

अब विदेश यात्रा या निवेश के नाम पर विदेश में पैसे भेजने पर भी आपको ज्यादा टैक्स देना पड़ सकता है। पहले अगर आप 7 लाख रुपये से ज्यादा विदेश भेजते थे तो TCS लगता था, अब ये लिमिट बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी गई है।

इस बदलाव का असर खासकर उन लोगों पर पड़ेगा जो बच्चों की पढ़ाई या ट्रैवल के लिए विदेश में पैसा भेजते हैं। उन्हें अब अपने खर्चों की योजना थोड़ा ज्यादा सोच-समझकर बनानी पड़ेगी।

5. टैक्स रिटर्न (आईटीआर-यू) अपडेट करने की समय सीमा बढ़ी

पहले अगर आपने कोई गलती से इनकम छुपा दी थी या कोई जानकारी छूट गई थी, तो आपको ITR अपडेट करने के लिए सिर्फ 12 महीने का समय मिलता था। अब सरकार ने इसे बढ़ाकर 4 साल कर दिया है।

यह बदलाव टैक्सपेयर्स के लिए बड़ा राहत भरा कदम है। अब आप अपनी गलती सुधारने के लिए लंबे समय तक ITR अपडेट कर सकते हैं और पेनल्टी या लीगल पचड़ों से बच सकते हैं।