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Petrol and diesel prices hiked by Rs 2 per litre : केंद्र सरकार ने आज से पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। इस फैसले की आधिकारिक पुष्टि केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग के अवर सचिव धीरज शर्मा ने की है। उन्होंने इस संबंध में एक नोटिस भी जारी किया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि यह आदेश 8 अप्रैल से लागू होगा।

सरकार की ओर से यह भी कहा गया है कि इस कदम का सीधा असर उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा। यानी, आम लोगों को फिलहाल खुदरा कीमतों में किसी तरह की बढ़ोतरी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसका कारण यह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है।

पेट्रोल पर अब 13 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क

आधिकारिक आदेश के मुताबिक, अब पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर हो गया है। हालांकि इस आदेश में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि खुदरा कीमतों में कितना अंतर आएगा, लेकिन सरकार का दावा है कि खुदरा दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

इसका सीधा मतलब यह है कि सरकार ने कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में आई गिरावट का फायदा उठाते हुए उत्पाद शुल्क बढ़ाया है, जिससे सरकारी राजस्व में वृद्धि हो सके। फिलहाल, यह भार पेट्रोलियम कंपनियों को उठाना होगा।

पिछले पांच दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बीते पांच दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में करीब 12.11 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसी गिरावट के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है, ताकि उपभोक्ताओं पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ न पड़े और साथ ही सरकारी राजस्व को भी बनाए रखा जा सके।

इस समय गुजरात में पेट्रोल की कीमत लगभग 94 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत करीब 90 रुपये प्रति लीटर है। यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें इसी तरह घटती रहीं, तो आने वाले समय में खुदरा कीमतों में स्थिरता बनी रह सकती है।

सरकार की रणनीति फिलहाल यह लग रही है कि वह तेल कंपनियों के मार्जिन को थोड़ा कम करके खुदरा कीमतों को नियंत्रित रखना चाहती है, जिससे आम जनता पर अतिरिक्त बोझ न पड़े और साथ ही अपने राजस्व को भी संतुलित कर सके।