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सोने की कीमत में गिरावट की भविष्यवाणी : सोने में निवेश करने और खरीदने वालों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। आज यानी 4 अप्रैल 2025 को सोने की कीमत में अच्छी खासी गिरावट आई है और अब अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में इसकी कीमत में 38 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। यदि यह भविष्यवाणी सच हुई तो उपभोक्ता 60,000 रुपये से भी कम कीमत में 10 ग्राम सोना खरीद सकेंगे।

1. सोने के दाम में बड़ी गिरावट की खबर

4 अप्रैल 2025 को सोने की कीमतों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है, जो निवेशकों और खरीददारों दोनों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। मौजूदा समय में जहां सोने की कीमतें ऊंचाई पर हैं, वहीं एक अंतरराष्ट्रीय विश्लेषण से यह संकेत मिल रहा है कि आने वाले समय में इन कीमतों में लगभग 38% तक की भारी गिरावट देखी जा सकती है। अगर यह पूर्वानुमान सटीक बैठा, तो उपभोक्ताओं को 10 ग्राम सोना 60,000 रुपये से भी कम में मिलने की उम्मीद है।

2. वर्तमान बाजार स्थिति: भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमत

आज की तारीख में भारत के स्थानीय बाजार में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 90,000 रुपये है। वहीं, वैश्विक बाजार में इसका दाम 3,100 डॉलर प्रति औंस के पार जा चुका है। लेकिन यह स्थिरता अधिक समय तक नहीं टिक सकती, ऐसा मानना है अमेरिका स्थित फाइनेंशियल रिसर्च फर्म मॉर्निंगस्टार के विशेषज्ञों का।

3. विशेषज्ञों का अनुमान: कीमतों में जबरदस्त गिरावट

मॉर्निंगस्टार के प्रमुख रणनीतिकार जॉन मिल्स के अनुसार, सोने की मौजूदा कीमत 3,080 डॉलर प्रति औंस से घटकर आने वाले समय में 1,820 डॉलर प्रति औंस तक आ सकती है। इस गिरावट का सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ेगा। यदि यह अनुमान सही साबित होता है, तो सोने की घरेलू कीमत 40% तक गिरकर लगभग 55,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो सकती है। यह उन लोगों के लिए एक सुनहरा मौका बन सकता है, जो लंबे समय से सोने की खरीदारी का इंतजार कर रहे हैं।

4. हालिया तेजी के पीछे के कारण

पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में जो वृद्धि देखी गई, उसके पीछे कई अहम कारण हैं। वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता, मुद्रास्फीति की चिंता, रूस-यूक्रेन जैसे भू-राजनीतिक तनाव, और अमेरिकी टैरिफ नीतियों ने बाजार में डर का माहौल बनाया। इस माहौल में निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर मुड़े, जिसमें सोना हमेशा से पहली पसंद रहा है। यही वजह रही कि मांग बढ़ी और कीमतें भी चढ़ीं।

5. अब गिरावट क्यों आने की उम्मीद है?

सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे कई महत्वपूर्ण वजहें हैं, जिनमें से सबसे अहम है—सोने की आपूर्ति में बढ़ोतरी। 2024 की दूसरी तिमाही में खनन से सोने का लाभ 950 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही वैश्विक स्वर्ण भंडार में भी 9% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अब 2,16,265 टन के स्तर पर पहुंच चुका है।

ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने अपने सोने के उत्पादन को काफी बढ़ाया है, जिससे बाजार में सोने की उपलब्धता बढ़ गई है। साथ ही, पुनर्नवीनीकरण सोने की आपूर्ति भी एक नए स्तर पर पहुंच रही है। जब आपूर्ति बढ़ती है और मांग स्थिर रहती है या गिरती है, तो इसका सीधा असर कीमतों पर पड़ता है।