हार्ट अटैक आजकल आम लोग हों या सेलिब्रिटी... कई लोगों की अचानक मौत हो गई है। इसका कारण दिल का दौरा पड़ना सामने आया। चिंता की बात यह है कि जिन लोगों में हाल तक दिल के दौरे का कोई लक्षण नहीं था, वे भी इसके शिकार बन रहे हैं। कम उम्र के लोग भी इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं। इसे साइलेंट हार्ट अटैक कहा जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक आजकल हार्ट अटैक के ज्यादातर मामले साइलेंट हार्ट अटैक के होते हैं। हृदय रोग के बिना भी साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा रहता है। आइए जानते हैं क्या है ये साइलेंट हार्ट अटैक.
साइलेंट हार्ट अटैक क्या है?
साइलेंट हार्ट अटैक को मेडिकल भाषा में साइलेंट मायोकार्डियल इंफार्क्शन कहा जाता है। इसमें दिल के दौरे जैसा सीने में दर्द नहीं होता है और दौरे को दिल के दौरे के लक्षण के रूप में बिल्कुल भी नहीं जाना जा सकता है। हालाँकि, कुछ लक्षण जरूर महसूस होते हैं।
साइलेंट हार्ट अटैक में दर्द क्यों नहीं होता?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, अक्सर नसों या रीढ़ की हड्डी में कोई समस्या हो जाती है, जिससे दर्द का एहसास मस्तिष्क तक नहीं पहुंच पाता है और व्यक्ति किसी मानसिक कारण से दर्द को पहचान नहीं पाता है। बुजुर्ग रोगियों या मधुमेह के रोगियों में ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी का भी कम निदान किया जाता है।
साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण
- गैस्ट्रिक समस्या या पेट ख़राब होना
- उनींदापन बिना किसी कारण के कमजोरी महसूस होना
- थोड़े से काम में भी थकान महसूस होना
- अचानक अत्यधिक पसीना आना
- अचानक और बार-बार सांस लें
साइलेंट हार्ट अटैक का कारण
- अधिक तैलीय भोजन
- प्रसंस्कृत भोजन खाना
- शारीरिक गतिविधि नहीं करना
- शराब-सिगरेट की लत
- मधुमेह और मोटापा
- एक तनावपूर्ण जीवन
साइलेंट हार्ट अटैक से खुद को कैसे बचाएं?
- आहार में हरी सब्जियाँ शामिल करें
- प्रतिदिन योगाभ्यास करें
- सिगरेट शराब की लत छोड़ें
- खुश रहें, मूड अच्छा रखें
- तनाव और तनाव से बचें
- नियमित रूप से जांच कराएं
अस्वीकरण: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि एबीपी अस्मिता किसी भी तरह की पहचान, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या विश्वास पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें
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