img

प्रौद्योगिकी ने लोगों के लिए वित्तीय सेवाओं तक पहुँच को बहुत आसान बना दिया है। लेकिन इसमें अभी भी लगातार सुधार हो रहा है ताकि लोग अपनी बदलती जरूरतों के मुताबिक वित्तीय सेवाओं तक पहुंच सकें। ऐसी ही एक सुविधा अब स्माइलपे के रूप में उपलब्ध होगी। इससे आपको कोई भी पेमेंट करने के लिए कैश, कार्ड या किसी मोबाइल की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह सिस्टम आपके चेहरे को पहचानकर पूरी तरह से काम करेगा। स्माइलपे के आने से आपका कैश और कार्ड इतिहास का हिस्सा बन जाएंगे।

फेडरल बैंक ने आधार-आधारित स्माइलपे सुविधा शुरू की है 
निजी क्षेत्र के फेडरल बैंक ने यह स्माइलपे सुविधा शुरू की है। बैंक के मुताबिक स्माइलपे आपके चेहरे को पहचानकर (फेशियल ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी) भुगतान करेगा। यह तकनीक भीम आधार पे इंफ्रास्ट्रक्चर पर बनाई गई है। फेडरल बैंक ने इसे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में पेश किया. बैंक के मुताबिक, स्माइलपे भुगतान प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। इससे उपभोक्ताओं और व्यापारियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।

ईशा अंबानी और अनन्या बिड़ला की कंपनी भी कर रही है इस्तेमाल 
ईशा अंबानी की रिलायंस रिटेल और अनन्या बिड़ला की इंडिपेंडेंट माइक्रो हाउसिंग भी इस तकनीक पर काम कर रही है। दोनों कंपनियों ने स्माइलपे लागू करना शुरू कर दिया है। फेडरल बैंक के मुताबिक, हमने कैश से कार्ड और कार्ड से क्यूआर कोड तक का सफर तय किया है। अब समय चेहरे की पहचान तकनीक (एफआरटी) का है।

ग्राहक के चेहरे को स्कैन करके लिया जा सकता है पेमेंट 
फेडरल बैंक के मुताबिक, स्माइलपे आपको अपने साथ कैश, कार्ड या मोबाइल ले जाने की आजादी देता है। इसकी मदद से कतारें नहीं लगेंगी और लेनदेन में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा. यूआईडीएआई द्वारा बनाए गए आधार के सपोर्ट से लेनदेन पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। ग्राहक के चेहरे को स्कैन करके पेमेंट लिया जा सकता है. चूंकि आपका आधार नंबर बैंक खाते से जुड़ा हुआ है, इसलिए कोई समस्या नहीं होगी। फेडरल बैंक ने इसे अपने ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है. इसके अलावा बैंक अन्य बैंकिंग सेवा कंपनियों के साथ भी गठजोड़ करने को इच्छुक है।

--Advertisement--