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Good News: गुजरात के किसानों के लिए एक अच्छी खबर आई है. अब किसानों को राज उजागर नहीं करना पड़ेगा, सरकार इसके लिए विशेष योजना चला रही है. राज्य सरकार पहले के वादे को पूरा करते हुए अब दक्षिण गुजरात के सात जिलों में दिन में बिजली उपलब्ध कराएगी, जिससे किसानों को रात में खेत छोड़ने की समस्या नहीं होगी. जानकारी के मुताबिक, दक्षिण गुजरात के सात जिलों के तीन लाख किसानों को प्रतिदिन बिजली मिलेगी.

सुशासन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा लाखों किसानों के हित में दिन में बिजली उपलब्ध कराने का महत्वपूर्ण निर्णय राज्य के 96 प्रतिशत गांवों में लागू कर दिया गया है और किसानों को रात में प्रदर्शन से छूट दी गई है। गुजरात के कुल 18,225 गांवों में से 17,193 गांवों में 20,51,145 कृषि बिजली कनेक्शन बनाए गए हैं। जिनमें से 16,561 गांवों के 18,95,744 किसानों को दिन में बिजली देना शुरू कर दिया गया है, शेष 632 गांवों के किसानों को भी दिन में बिजली मिले, इस पर काम चल रहा है.

प्रदेश में सुशासन दिवस धूमधाम से मनाया गया. इस दिन राज्य सरकार ने कुछ घोषणाएं कीं. वर्तमान में किसान सूर्योदय योजना के तहत बिजली उपलब्ध करायी जा रही है. हाल ही में सरकार ने घोषणा की है कि अब दक्षिण गुजरात के 7 जिलों के तीन लाख किसानों को दिन में बिजली मिलेगी. किसानों ने राज्य सरकार के बिजली संबंधी फैसले का स्वागत किया है. खास बात यह है कि मुख्यमंत्री ने पहले जो वादा किया था, उसमें बदलाव कर दिखाया है. काफी देर के बाद आखिरकार जैसे ही दिन में बिजली मिलने की घोषणा हुई तो दक्षिण गुजरात के किसान खुशी से उछल पड़े। 

वर्तमान में किसान सूर्योदय योजना के तहत गांव के 96 प्रतिशत किसानों को दिन में बिजली मिल रही है। शेष 4 प्रतिशत गांवों में से अधिकांश देवभूमि द्वारका, कच्छ और बनासकांठा जिलों के हैं। इन बचे हुए 632 गांवों के 1,55,401 किसानों यानी 4 फीसदी गांव के किसानों को बिजली पहुंचाने का काम जारी है और जल्द ही इस काम को पूरा करने की योजना है. ऊर्जा मंत्री देसाई ने कहा कि दिन में बिजली प्राप्त करने वाले 16,561 गांवों के किसानों में से 11,927 गांव के किसानों को दिन में एक पाली में सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक और सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बिजली प्रदान की जाती है और 4,634 गांव के किसानों को दो पालियों में बिजली प्रदान की जाती है। यानी सुबह 5 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दिन में दोपहर 1 बजे से रात 9 बजे तक बिजली दी जा रही है।

सुशासन के तहत गांधीनगर जिले के नाना चिलोदा और सरगासन, बनासकांठा के थराद, अहमदाबाद के घुमा और बकरोल और खेड़ा जिले के पिपलाग में कुल 6 नए उप-विभागीय कार्यालय स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें लगभग 251 अधिकारी-कर्मचारी संगठन को मंजूरी भी दे दी गई है. इसके अलावा, राज्य सरकार ने पिछले तीन वर्षों में 30 नए उप-विभागीय और 3 डिविजनल कार्यालयों को मंजूरी देकर किसानों के हितों का लगातार ध्यान रखा है। पिछले दशक में किसानों को 10 लाख नये कृषि बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं। यानी हर साल औसतन 1 लाख नए कृषि बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। वर्तमान में नया कृषि बिजली कनेक्शन देने में कोई आपत्ति या विरोध नहीं होने पर 3-4 महीने में बिजली कनेक्शन दे दिया जाता है.

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