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एनपीसीआई यूपीआई कैश डिपॉजिट : नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर के साथ मिलकर ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 में यूपीआई इंटरऑपरेबल कैश डिपॉजिट (यूपीआई आईसीडी) फीचर लॉन्च किया है। . यह नई सुविधा ग्राहकों के लिए एटीएम में नकदी जमा करना आसान और अधिक सुलभ बना देगी।

यूपीआई इंटरऑपरेबल कैश डिपॉजिट ( यूपीआई आईसीडी) क्या है ?

यूपीआई इंटरऑपरेबल कैश डिपॉजिट (यूपीआई आईसीडी) एक सुविधा है जो ग्राहकों को यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) का उपयोग करके अपने बैंक खाते या किसी अन्य बैंक खाते में नकदी जमा करने की अनुमति देती है। यह सुविधा बैंकों और व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर्स (WLAO) द्वारा संचालित एटीएम पर उपलब्ध होगी।

इस फीचर की खास बात ये है कि इसके लिए ग्राहकों को एटीएम कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसके बजाय, नकदी को कैश रिसाइक्लर मशीनों के माध्यम से जमा किया जा सकता है, जो जमा और निकासी दोनों को संभालती हैं।

UPI ICD का उपयोग कैसे करें ?

UPI ICD सुविधा का उपयोग करने के लिए ग्राहकों को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

एक एटीएम ढूंढें : एक ऐसा एटीएम ढूंढें जिसमें कैश रिसाइक्लर मशीन हो और यूपीआई आईसीडी का समर्थन हो। ·

जमा प्रक्रिया आरंभ करें : एटीएम स्क्रीन पर नकद जमा विकल्प चुनें।

मोबाइल नंबर या वीपीए दर्ज करें : अपना यूपीआई-लिंक्ड मोबाइल नंबर, वर्चुअल भुगतान पता (वीपीए), या खाता आईएफएससी दर्ज करें।

नकद जमा करें : मशीन में नकद जमा करें, जो चयनित बैंक खाते में जमा किया जाएगा।

यह सुविधा बैंकों द्वारा धीरे-धीरे शुरू की जाएगी, ताकि यह सभी ग्राहकों के लिए उपलब्ध हो सके।

जीएफएफ 2024 में अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएँ

यूपीआई आईसीडी के अलावा, आरबीआई और एनपीसीआई ने भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) की रीब्रांडिंग की घोषणा की, जिसे अब 'भारत कनेक्ट' कहा जाएगा।

एनपीसीआई द्वारा शुरू की गई यह नई यूपीआई इंटरऑपरेबल कैश डिपॉजिट सुविधा डिजिटल भुगतान को अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल ग्राहकों के लिए नकदी जमा करना आसान हो जाएगा, बल्कि डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति भी होगी।

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