अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने हज यात्रियों के लिए नया नियम बनाया है, जिसमें 65 साल से अधिक उम्र के तीर्थयात्रियों को अपने साथ एक साथी ले जाना अनिवार्य कर दिया गया है.
नई नीति के तहत 65 साल या उससे अधिक उम्र के हज यात्रियों का नाम सिर्फ रिजर्व कैटेगरी में दर्ज नहीं किया जाएगा.
सऊदी अरब में गर्मी की वजह से इस साल हज यात्रियों के लिए हज यात्रा काफी मुश्किल हो गई है. इस दौरान कई यात्रियों की मौत भी हो गई. ऐसे में बुजुर्गों को यात्रा के दौरान दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके लिए मंत्रालय ने एक नीति बनाई है.
नीति में यह भी कहा गया है कि 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के हज यात्रियों के साथी की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा मंगलवार (6 अगस्त, 2024) को 2025 हज यात्रियों के लिए नीति की घोषणा की गई है।
नीति में यह भी कहा गया है कि हज कोटा का 70 प्रतिशत हिस्सा भारतीय हज समिति (HCOI) के भीतर रहेगा और शेष 30 प्रतिशत हज समूह संगठन (HGO) को दिया जाएगा।
पिछले साल की तुलना में इस बार हज कमेटी ऑफ इंडिया का हज कोटा 10 फीसदी कम कर दिया गया है और एचजीओ का हिस्सा बढ़ा दिया गया है. पहले एचसीओआई के पास 80 प्रतिशत और एचजीओ के पास केवल 20 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
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