सूत्रों के मुताबिक, लगभग 60 गुजराती हीरा व्यापारियों को हांगकांग में अपने कार्यालय बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
इस स्थिति का मुख्य कारण चीनी उपभोक्ताओं का बदलता रवैया है। वे अब हीरे की जगह सोना खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में बढ़ोतरी ने इस बदलाव को तेज कर दिया है।
उद्योग विशेषज्ञों के मुताबिक मौजूदा मंदी 2008 की मंदी से भी ज्यादा गंभीर है। ऐसे में कई हीरा कारोबारी दूसरे कारोबार की ओर रुख कर रहे हैं. कुछ व्यापारी सूरत और मुंबई जैसे भारतीय शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं।
यह घटना हीरा उद्योग के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह पहली बार है कि इतनी बड़ी संख्या में कार्यालय एक साथ बंद हो रहे हैं।
यह स्थिति हीरा उद्योग की नाजुक स्थिति और वैश्विक आर्थिक कारकों के प्रभाव को दर्शाती है।
उद्योग विश्लेषक स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और यह देखने का इंतजार कर रहे हैं कि आने वाले महीनों में बाजार में कोई सुधार होता है या नहीं।
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