वड़ोदरा बारिश : वड़ोदरा के मौसम में रविवार शाम को बदलाव हुआ है. वडोदरा के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है. शाम को हुई बारिश से वाहन चालकों को परेशानी हुई। कुछ इलाकों में मूसलाधार तो कुछ इलाकों में धीमी बारिश हुई. शहर के छानी, निजामपुरा, फतेगंज, रावपुरा, सयाजीगंज, अलकापुरी, वाघोडिया रोड, आजवा रोड में बारिश हुई।
मौसम विभाग ने क्या भविष्यवाणी की है
मौसम विभाग ने गुजरात में सात दिनों तक हल्की से सामान्य बारिश की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग के मुताबिक, बनासकांठा, पाटन, मेहसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, आनंद, पंचमहल, दाहोद, महिसागर, वडोदरा, छोटा उदेपुर, नर्मदा, भरूच, सूरत, डांग, तापी, नवसारी, वलसाड और दमन, दादरा टाउन हवेली; सौराष्ट्र-कच्छ के सभी जिलों यानी सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, मोरबी, द्वारका, गिर सोमनाथ, बोटाद, कच्छ और दीव में छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
सोमवार को बनासकांठा, पाटन, मेहसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, आनंद, पंचमहल, दाहोद, महिसागर, वडोदरा, छोटा उदेपुर, नर्मदा, भरूच, सूरत, डांग, तापी, नवसारी, वलसाड और दमन में दादरा नगर हवेली ; सौराष्ट्र-कच्छ के सभी जिलों यानी सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, मोरबी, द्वारका, गिर सोमनाथ, बोटाद, कच्छ और दीव जिलों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
अंबालाल पटेल ने क्या भविष्यवाणी की है?
मौसम विशेषज्ञ अंबालाल पटेल ने अगले दो सप्ताह के दौरान गुजरात राज्य में व्यापक बारिश की संभावना जताई है. इस पूर्वानुमान के मुताबिक 15 अगस्त तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से भारी बारिश की बौछारें पड़ सकती हैं. 16 से 24 अगस्त के बीच राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है. खासतौर पर दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। दक्षिण और पश्चिम सौराष्ट्र के इलाकों में भी भारी बारिश का अनुमान है. मध्य गुजरात, कच्छ और पंचमहल के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना है। उत्तर गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश के अलावा कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा, मध्य प्रदेश में 11 से 24 अगस्त के बीच भारी बारिश के कारण नर्मदा बांध के ओवरफ्लो होने की संभावना है। 24 अगस्त के बाद कृषि फसलों में रोग एवं कीट प्रकोप की आशंका है। किसानों को सतर्क रहने और उचित उपाय करने की सलाह दी जाती है।
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