लखीमपुर खीरी जिले के बांकेगंज ब्लॉक निवासी प्रगतिशील किसान धीरेंद्र मौर्य इन दिनों अमरूद की खेती कर रहे हैं। अमरूद की ऐसी प्रजाति की बागवानी करें जो वर्ष में तीन बार फल देती हो।
प्रगतिशील किसान धीरेंद्र मौर्य ने बताया कि सबसे पहले एक एकड़ में अमरूद का बगीचा तैयार किया गया. अमरूद की बागवानी से अच्छा मुनाफा हुआ तो अब एक हेक्टेयर में अमरूद की बागवानी की जा रही है। इस समय बाजार में अमरूद की मांग बहुत ज्यादा है। फिलहाल बाजारों में यह 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.
उन्होंने कहा कि आपने अमरूद की बागवानी तो देखी होगी, लेकिन ताइवान के गुलाबी अमरूद ने तबाही मचा दी है. इस किस्म के अमरूद की काफी मांग है. इसे उगाना भी बहुत आसान है. किसान सीजन में इसकी बागवानी से अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं.
किसान धीरेंद्र मौर्य ने बताया कि पिंक ताइवान के पौधे एक साल में फल देना शुरू कर देते हैं. खास बात यह है कि यह साल में तीन बार फल देता है। उन्होंने बताया कि इस अमरूद को बागवानी के शुरूआती दिनों में केवल सिंचाई की आवश्यकता होती है। इसके अलावा कोई मेहनत नहीं है. यह पेड़ लगभग 6 महीने में फल देना शुरू कर देता है।
इसके एक फल का वजन लगभग 300 से 400 ग्राम होता है। अमरूद की इस बागवानी से हर साल 3 से 4 लाख की आमदनी हो रही है. उन्होंने बताया कि आसपास के किसान भी उनसे बागवानी पर सलाह लेने आते हैं।
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