
1. उच्च चीनी की मात्रा
बाजार में मिलने वाले आम के जूस में लगभग 80% तक चीनी होती है और सिर्फ 20% या उससे भी कम असली फल। इससे वजन बढ़ना, मोटापा, मधुमेह और दिल की बीमारियां हो सकती हैं।
2. बहुत कम फाइबर
रेडीमेड जूस में फाइबर की मात्रा बेहद कम होती है, जिससे यह पेट नहीं भरता। नतीजतन, जल्दी भूख लगती है और आप ज्यादा खाना खाते हैं।
3. कृत्रिम स्वाद और खुशबू
इन जूस में आम का स्वाद लाने के लिए कृत्रिम फ्लेवर और एसेंस मिलाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
4. प्रिजर्वेटिव्स का उपयोग
ताजगी बनाए रखने के लिए इनमें रासायनिक प्रिजर्वेटिव डाले जाते हैं, जो लंबे समय में पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
5. पोषण नहीं, सिर्फ दिखावा
पैकेज्ड आम का जूस पोषण से भरपूर नहीं होता। इसमें असली आम के बजाय पपीता जैसी सस्ती चीजें मिलाई जाती हैं, जिससे इसका कोई वास्तविक स्वास्थ्य लाभ नहीं होता।
6. स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा
इस तरह के जूस के नियमित सेवन से हो सकती हैं ये समस्याएं:
वजन बढ़ना
डायबिटीज
हार्ट डिजीज
फूड पॉइज़निंग (यदि घटिया आम या पपीते का इस्तेमाल हो)
सेहतमंद विकल्प क्या है?
घर पर ताजे आम से जूस बनाएं
आम को सीधे खाएं या स्मूदी बनाकर लें
बाजारू जूस से बचें और प्राकृतिक, असंसाधित विकल्प अपनाएं
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