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Aadhar card : आधार कार्ड आज के समय में एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है। भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए आधार कार्ड का होना बहुत जरूरी है। इसका उपयोग हर छोटे-बड़े काम के लिए किया जाता है, चाहे आपको बैंक खाता खुलवाना हो या किसी योजना के लिए आवेदन करना हो। आधार कार्ड का इस्तेमाल पहचान के तौर पर भी किया जाता है.

यूआईडीएआई द्वारा जारी आधार कार्ड में व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता और जन्म तिथि शामिल होती है। क्या आपने कभी सोचा है कि किसी व्यक्ति के मरने के बाद उसके आधार कार्ड का क्या होता है? क्या UIDAI किसी मृत व्यक्ति का आधार कार्ड रद्द कर देता है? आज हम आपको इससे जुड़ी कुछ अहम बातों के बारे में बताएंगे।

मृत व्यक्ति का आधार कार्ड फर्जी हो सकता है

मृत व्यक्तियों के आधार कार्ड का इस्तेमाल भी अक्सर धोखाधड़ी के लिए किया जाता है। जालसाज अक्सर मृतक के आधार कार्ड का इस्तेमाल अवैध या आपराधिक गतिविधियों के लिए करते हैं। ऐसे में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी उसके परिवार वालों को उसके आधार कार्ड को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। इससे बचने के लिए मृतक के परिवार को मृतक के आधार कार्ड के बायोमेट्रिक्स को लॉक करना चाहिए।

मृतक के आधार कार्ड के बायोमेट्रिक्स को कैसे लॉक करें

-मृत व्यक्ति के आधार कार्ड के बायोमेट्रिक्स को लॉक करने के लिए UIDAI की वेबसाइट www.uidai.gov.in पर जाएं।

- आधार सर्विसेज विकल्प पर क्लिक करें और फिर लॉक/अनलॉक बायोमेट्रिक्स पर क्लिक करें।

-अब लॉक किए जाने वाले आधार कार्ड के बायोमेट्रिक आधार नंबर को दर्ज करें और कैप्चा कोड डालें।

-अब जब रजिस्टर्ड नंबर पर ओटीपी आए तो उसे दर्ज करें। इसके बाद आपको बायोमेट्रिक्स डेटा को लॉक/अनलॉक करने का विकल्प मिलेगा।

गौरतलब है कि यूआईडीएआई किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका आधार कार्ड रद्द नहीं करता है। यूआईडीएआई ने आधार नंबर रद्द करने का कोई प्रावधान नहीं किया है। किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद केवल आधार बायोमेट्रिक्स को ही लॉक किया जा सकता है।     

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